Ayushman Arogya Mandir: जबलपुर जिले के सबसे अधिक 26 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों- उप स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) का प्रमाण पत्र प्राप्त करने में सफलता मिली है।
अभी हाल ही में एनक्यूएएस के अंतर्गत जबलपुर जिले के पांच उप स्वास्थ्य केंन्द्रो जोधपुर, रमखिरिया, फनवानी, हिनोतिया एवं बरौदा को प्रमाणन प्राप्त हुआ था, इन्हें मिलाकर कुल 26 उप स्वास्थ्य केंद्र एनक्यूएएस सर्टिफाइड हो गए हैं, जो कि प्रदेश में सर्वाधिक हैं।
जबलपुर सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि एनक्यूएएस राष्ट्रीय मूल्यांकन रोगी केंद्रित लाभ वाले सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की भारत सरकार की राष्ट्रीय निगरानी पर प्रकाश डालता है। एनक्यूएएस प्रमाणन सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्ता और निरंतर सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे रोगियों के बेहतर परिणाम और जनता का विश्वास बढ़ता है।
प्रमाणन कार्यक्रम उन सुविधाओं को मान्यता देता है और पुरस्कृत करता है जो पूर्व निर्धारित गुणवत्ता मानकों को पूरा करती हैं, उन्हें अपनी सेवाओं को बनाए रखने और सुधारने के लिए प्रेरित करती हैं।
प्रमाणित सुविधाओं को उनके अच्छे काम, सुविधाओं के आगे विकास और निरंतर गुणवत्ता सुधार के लिए वित्तीय प्रोत्साहन मिलता है।एनक्यूएएस प्रमाणन का अर्थ है देखभाल की बेहतर गुणवत्ता, सुरक्षित वातावरण और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में वृद्धि।
कर्मचारियों के मनोबल और नौकरी की संतुष्टि पर एनक्यूएएस प्रमाणन के सकारात्मक प्रभाव पर जोर दें, जिससे अधिक सकारात्मक और सहायक कार्य वातावरण बने।
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर जांच करती है। अस्पताल मेंं उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर पर परखे जाते हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाली संस्थाओं को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।
जबलपुर जिले को प्राप्त उपलब्धि में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनीता उप्पल, जिला क्वालिटी नोडल डॉ. आदर्श बिश्नोई, जिला कार्यक्रम प्रबंधक विजय पाण्डेय, जिला क्वालिटी मॉनिटर डॉ. शिखा गर्ग, मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल ऑफिसर, समस्त ब्लॉक टीम, संस्था के सीएचओ, एएनएम एवं आशा कार्यकर्ताओं का अथक परिश्रम एवं कार्य के प्रति लगनशीलता महत्वपूर्ण रही।