जबलपुर (हि.स.)। संस्कारधानी जबलपुर के कुछ क्षेत्रों में तेंदुए का मूवमेंट होना आम बात है खासकर डिफेंस क्षेत्र में तेंदुए ने अपनी उपस्थिति पिछले कई दशकों से बना रखी है। सुरक्षा संस्थानों में चाहे जीसीएफ हो व्हीकल हो या आयात निर्माणी खमरिया हो सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो हो इनसे जुड़े जंगली क्षेत्र के कारण केंद्रीय विचरण करते रहते हैं।
इसी के चलते आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में आज सुबह मैग्जीन से बारूद लेने के गए कर्मचारी पर अचानक तेंदुआ ने हमला कर दिया। ओएफके में तेंदुओं की मौजूदगी अक्सर बनी रहती है,लेकिन किसी कर्मचारी पर तेंदुए ने हमला अभी तक नही किया था। संभवता: यह पहला मामला होगा,जब निर्माणी में मौजूद तेंदुए ने किसी कर्मचारी पर हमला किया हो।
ओएफके एफ-6 सेक्शन के कर्मी सुबोजित रॉय सुबह किसी काम के सिलसिले में समीप ही विस्फोट व अन्य सामाग्री रखने वाली मैग्जीन के पास गए हुए थे। तभी पीछे से तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुए ने सुबोजित के पैर पर हमला किया,लेकिन कर्मचारी ने खुद को संभाला और सुरक्षित किया इसके बाद हमलावर तेंदुआ भाग खड़ा हुआ।
ऐसा बताया जा रहा है कि वहां मादा तेंदुआ अपने दो बच्चों के साथ मौजूद थी, संभवता:उसी समय पहुंचे कर्मचारी के पहुंचने पर मादा आक्रामक हो गई। मादा तेंदुआ ने कर्मचारी के पीछे से पैर पर हमला किया, हालांकी मादा तेंदुए के हमले में कर्मचारी को ज्यादा चोटें नहीं पहुंची, लेकिन सुरक्षा विभाग अलर्ट मोड में आ गया। वहीं वन विभाग का अमला भी फैक्ट्री पहुंच गया है।
अचानक हुए हमले से कर्मचारी का बीपी लो हो गया था और असहज महसूस होने लगा था। इसके बाद तत्काल ही प्राथमिक उपचार दिया गया। कर्मचारी पर हुए हमले की सूचना मिलते ही मौके पर ओएफके सुरक्षा विभाग का अमला और अधिकारी भी पहुंच गए। जिसके बाद देखा गया कि हमले वाले स्थान पर दो तेंदुए के बच्चे भी मौजूद है। जिसके बाद निर्माणी प्रशासन ने तत्काल ही वन विभाग को सूचना दी। वन परिक्षेत्र अधिकारी जबलपुर ने रेस्क्यू टीम को मौके पर भेजा है।