लोकायुक्त की टीम ने बिजली कंपनी के कार्यपालन अभियंता को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत सोनकच्छ में कार्यपालन अभियंता आनंद अहिरवार को उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। बिजली अधिकारी ने बिजली कंपनी में वाहन के अटैचमेंट के टेंडर के एवज में रिश्वत की मांग की थी।
लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा ने बताया कि पुष्पराज राजपूत निवासी लक्ष्मीबाई सोनकच्छ ने शिकायत की थी कि वह बिजली कंपनी के सोनकच्छ कार्यालय में आउटसोर्स कर्मचारी है। उसका चार पहिया वाहन विद्युत वितरण कंपनी के सोनकच्छ कार्यालय में किराए से अटैच है, जिसका प्रति 11 माह में टेंडर होता है। उसने फिर वाहन के लिए टेंडर डाला था।
उसके अधिक रेट के टेंडर पर वाहन अटैच करने के लिए कार्यपालन अभियंता आनंद अहिरवार ने 70 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। बिजली अधिकारी के द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत पर लोकायुक्त टीम ने जांच शुरू की।
शिकायत की पुष्टि होने के बाद लोकयुक्त ने आवेदक को योजना बताई व रिश्वत के 25 हजार रुपये कार्यपालन अभियंता आनंद अहिरवार को देने को कहा। आज 26 मार्च को आवेदक कार्यपालन अभियंता आनंद अहिरवार के कार्यालय पहुंचा और उसने अधिकारी को 25 हजार रुपये नगद दिए। इस दौरान सिविल ड्रेस में लोकायुक्त की टीम भी बाहर मौजूद रही। जैसे ही कार्यपालन अभियंता आनंद अहिरवार ने रिश्वत के रुपये लिए, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया गया।