कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टॉम वडक्कन गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भाजपा में आने पर उनका स्वागत किया। उन्होंने बाद में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की। टॉम वडक्कन केरल के त्रिशूर जिले से आते हैं और वर्षों से कांग्रेस में रहे हैं। वे पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी के सहायक रहे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निजी सहायक भी रहे हैं। वडक्कन लंबे समय तक कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे हैं और राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद भी वह उनके करीबी माने जाते हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद टॉम वडक्कन ने कहा कि मैंने 20 साल कांग्रेस को दिए। कांग्रेस में वंशवाद की राजनीति हावी है। पुलवामा हमले के बाद कांग्रेस के रुख से मैं काफी दुखी हूं। कांग्रेस पुलवामा हमले पर राजनीति कर रही है। मैं भारी मन से कांग्रेस को छोड़ रहा हूं। पाकिस्तानी आतंकियों का हमारी जमीन पर हमला और आप उस पर राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि जब आप देश की सेनाओं पर सवाल उठाते हैं तो इससे दुख होता है। कांग्रेस और छोड़ना और बीजेपी में शामिल होना विचारधारा की बात नहीं है, यह देश प्रेम की बात है। उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करती है, तब पार्टी छोड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचता है।