दक्षिण पश्चिम मॉनसून 29 मई को केरल पहुंच गया। दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण पूर्व अरब सागर के शेष भागों, कोमोरिन-मालदीव क्षेत्र, संपूर्ण लक्ष्यद्वीप, केरल के अधिकतर हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ भागों तथा दक्षिण-पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ गया। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपनी सामान्य तिथि से तीन दिन पहले 29 मई को केरल पहुंच गया।
पिछले तीन चार दिनों में केरल में भारी वर्षा हुई। केरल में मॉनसून आगमन के लिए वर्षा की निगरानी करने वाले 14 स्टेशनों ने 25 मई से 60 प्रतिशत से अधिक वर्षा की जानकारी दी। दक्षिण-पश्चिम तथा उत्तर केरल-कर्नाटक के तटों से दूर पूर्व मध्य अरब सागर के आसपास निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। पूर्व-मध्य तथा पड़ोसी उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है। यह अगले 12 घंटों में दबाव का रूप ले लेगा।
अगले 48 घंटे में बढ़ेगा आगे-
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की स्थितियां अनुकूल हैं। मॉनसून अगले 48 घंटों में मध्य अरब सागर के कुछ भागों, केरल के शेष भागों, कर्नाटक के तटवर्ती इलाकों और दक्षिण के भीतरी भागों, पूर्व मध्य तथा उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के हिस्सों तथा पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों की ओर आगे बढ़ सकता है।