प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने एम्स, देवघर में ऐतिहासिक 10,000वें जन औषधि केंद्र का लोकार्पण किया।
इसके अलावा पीएम मोदी ने देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने संबंधी कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण के दौरान इन दोनों पहलों -महिला एसएचजी को ड्रोन प्रदान करने और जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की घोषणा की थी। यह कार्यक्रम इन वादों को पूरा करने का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने इस योजना के लाभार्थी तथा एम्स देवघर में जन औषधि केंद्र की संचालिका रुचि कुमारी से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने बाबा धाम देवघर में यह उपलब्धि हासिल होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए 10,000वां जन औषधि केंद्र शुरू करने पर उन्हें बधाई दी।
जन औषधि केंद्र के संबंध में उनके निर्णय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि गरीबों और मध्यम वर्ग के साथ बातचीत करने पर उन्हें किफायती दवाओं की आवश्यकता महसूस हुई, क्योंकि जो दवा बाजार में 100 रुपये में मिलती है, वह केंद्र में प्राय: 10 से 50 रुपये में उपलब्ध होती है। उन्होंने क्षेत्र में जन औषधि केंद्रों के बारे में जागरूकता फैलाने के बारे में भी चर्चा की। रुचि ने उन्हें योजना के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया के उपयोग के बारे में जानकारी दी।
जन औषधि योजना के लाभार्थी सोना मिश्रा ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह जन औषधि केंद्र से किफायती कीमत पर दवाएं खरीदकर प्रति माह लगभग 10,000 रुपये बचाने में कामयाब रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सोना मिश्रा को सुझाव दिया कि वे अपनी दुकान पर जन औषधि केंद्र के अनुभवों के बारे में एक बोर्ड लगाएं। उन्होंने किफायती दवाओं की उपलब्धता के बारे में जागरूकता फैलाने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि स्थानीय लोग योजनाओं के बारे में जागरूक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “गुणवत्तापूर्ण और किफायती दवाएं बहुत बड़ी सेवा है” और लोगों को इसके बारे में जागरूक होना चाहिए।