भारतीय रेलवे के अंतर्गत पश्चिम मध्य रेल में रेलगाड़ियों का संरक्षित एवं सुगम संचालन के लिए ट्रेनों का अनुरक्षण यानी रखरखाव पहली प्राथमिकता हैं।
वंदेभारत में यात्रा करने वाले यात्रियों के सहयोगी टीटीई, ट्रेन की पंक्चुअलिटी का ध्यान रखने वाले लोको पायलट, गार्ड और ट्रेन को साफ-सुथरा रखने वाले ओबीएचएस स्टाफ के अलावा ट्रेन के रैक को पिट लाईन पर मेन्टेनेंस कार्य में जुटा स्टाफ ये सभी वंदेभारत ट्रेन के सुचारु संचालन में बड़ी भूमिका निभाते हैं और ये रेलकर्मी वंदेभारत के असली हीरो हैं।
पश्चिम मध्य रेल के ट्रेन सेट डिपो जबलपुर एवं भोपाल में वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों के 3 रैकों का रखरखाव किया जा रहा है। जिसके चलते ये वंदेभारत एक्सप्रेस तीनों मार्गो पर सेवाएं प्रदान कर रहा है। वंदेभारत एक्सप्रेस समयबद्धता के बेहतरीन रिकॉर्ड के साथ रेलयात्रियों को सुविधा और आराम दोनों मामलों में बेजोड़ सेवाएं प्रदान कर रही है।
इन अनुरक्षण केंद्रों पर रेल कर्मियों द्वारा न केवल सुरक्षा संबंधी पहलुओं पर ध्यान दिया जाता है यात्रियों को आरामदायक और आनंदप्रद यात्री सेवा देना जारी रखने के लिए यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाना शामिल होता है। डिपों में अनुरक्षण के लिए शेड्यूल तय किये गए है जहां इनकी ओवरहालिंग की जाती है।
इसके अंतर्गत ट्रैक्शन, प्रोपल्शन सिस्टम, ईपी ब्रेक सिस्टम, व्हीलसेट की रीडीस्किंग बाहरी प्लग दरवाजे, आंतरिक आईसी दरवाजे आदि निर्धारित समयसीमा में ओवरहालिंग की जाती है और रैक बेहतर यात्री सुविधाओं के अनुरूप तैयार किया जाता है। वंदेभारत के शेड्यूल से पहले निर्धारित समय में अनुक्षरण पूरा करने पर डिपों के इन रेल कर्मियों को रेलवे के लिए सही मायने में असली हीरोस कहा जा सकता है।
इसी तरह वंदेभारत ट्रेन में कार्यरत टीटीई अपने नंबर, बैज, नेम प्लेट आदि के साथ साफ़ सुथरी वर्दी में रहते है। यात्रियों को मार्गदर्शन के साथ-साथ कोच में अवैध/अनधिकृत प्रवेश को रोकते हैं। यात्रियों को भोजन/जलपान आदि प्राप्त करने में सहायता करते हैं। यात्री सुविधाओं और कोचों की साफ-सफाई की मॉनिटरिंग भी करते हैं। ट्रेन चलने के पहले कोचों के दरवाजे बंद हों ये सुनिश्चित करते हैं। यात्रियों के अपने व्यवहार में हमेशा विनम्र, व्यवहारकुशल और विनम्र रहेगा और शिकायत रहित सेवा प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त शिकायत पुस्तिका भी उपलब्ध रहती हैं।
इसके अलावा वंदेभारत एक्सप्रेस के लोको पायलट एवं गार्ड भी ड्यूटी के दौरान मुस्तैद रहते हैं। ट्रेन संचालन में संरक्षा एवं सुरक्षा के साथ गाड़ी की समयपालनता को सुनिश्चित करते हुए अपने कार्य को बखूबी निभाते है। इनकी ड्यूटी भी सीमा प्रहरी की तरह किसी हीरो से कम नहीं आंकी जा सकती हैं। भारत की वंदेभारत ट्रेन संचालन में जुड़े सभी रेल कर्मियों को अपनी ड्यूटी के प्रति कर्त्तव्यनिष्ठा निभा रहे है जिससे इनकी पहचान हीरोस के रूप की जा रही है।