उत्तरकाशी (हि.स.)। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा के लिए प्रतिष्ठित यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि और समय रविवार को यमुना जयंती के अवसर पर मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली (खुशीमठ) में यमुनोत्री मंदिर समिति एवं यमुनोत्री तीर्थपुरोहित समाज की बैठक में पंचांग गणना पश्चात घोषित हो गई है। पंचांग गणनानुसार श्री यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर 10 मई को रोहिणी नक्षत्र में दिन 10 बजकर 29 मिनट पर खुलेंगे।
श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि और समय पहले ही घोषित किया जा चुका है। अब यमुनोत्री धाम के साथ चारों धामों की कपाट खलने की तिथि और समय घोषित होने के बाद पर्यटन विभाग जल्द ही तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर सकता है।
रविवार को यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने के अवसर पर यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, पुजारी मनमोहन उनियाल, पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, पवन उनियाल, संदीप शास्त्री, कृतेश्वर उनियाल, भागेश्वर उनियाल, खिलानंद उनियाल और यमुनोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारी सदस्य, तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।
यमुना जी की उत्सव डोली प्रस्थान कार्यक्रम के तहत मां यमुना की उत्सव डोली शीतकालीन प्रवास खरशाली गांव (खुशीमठ) से अक्षय तृतीया 10 मई को सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी। उसके बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना पश्चात के पूर्वाह्न 10 बजकर 29 मिनट पर मां यमुना मंदिर के कपाट श्रद्धालुजनों के दर्शनार्थ खुल जायेंगे। मां यमुना जी की उत्सव डोली के साथ यमुना जी के भाई शनिदेव महाराज उन्हें विदा करने के यमुनोत्री धाम जायेंगे।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस यात्रा वर्ष 2024 में श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई प्रात: 7 बजे और श्री गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को अक्षय तृतीया पर दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर खुलेंगे। द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वरजी के कपाट 20 मई, तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 10 मई और पंच बदरी में प्रसिद्ध भविष्य बदरी के कपाट 12 मई को खुल रहे हैं।