प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले पर राष्ट्रध्वज फहराया। आजाद हिंद सरकार की स्थापना सुभाष चंद्र बोस के विचारों से प्रेरित होकर 21 अक्टूबर 1943 को सिंगापुर में की गई थी। इस अवसर पर उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं उन माता पिता को नमन करता हूं जिन्होंने नेता जी सुभाष चंद्र बोस जैसा सपूत देश को दिया। मैं नतमस्तक हूं उस सैनिकों और परिवारों के आगे जिन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में खुद को न्योछावर कर दिया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान संस्कृति मंत्री महेश शर्मा और आजाद हिंद फौज के सिपाही लाती राम और सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्य भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजाद हिन्द सरकार सिर्फ नाम नहीं था, बल्कि नेताजी के नेतृत्व में इस सरकार द्वारा हर क्षेत्र से जुड़ी योजनाएं बनाई गई थीं। इस सरकार का अपना बैंक था, अपनी मुद्रा थी, अपना डाक टिकट था, अपना गुप्तचर तंत्र था। उन्होंने कहा कि नेताजी का एक ही उद्देश्य था, एक ही मिशन था भारत की आजादी। यही उनकी विचारधारा थी और यही उनका कर्मक्षेत्र था। भारत अनेक कदम आगे बढ़ा है, लेकिन अभी नई ऊंचाइयों पर पहुंचना बाकी है। इसी लक्ष्य को पाने के लिए आज भारत के 130 करोड़ लोग नए भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। एक ऐसा नया भारत, जिसकी कल्पना सुभाष बाबू ने भी की थी। ज्ञात रहे कि पारंपरिक रूप से देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को ही लाल किले पर राष्ट्रध्वज फहराते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान पाकिस्‍तान और चीन पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा हम दूसरे की भूमि पर नजर नहीं डालते, लेकिन भारत की संप्रभुता के लिए जो भी चुनौती बनेगा, उसको दोगुनी ताकत से जवाब देंगे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत उस सेना के निर्माण में आगे बढ़ रहा है जो सपना नेताजी ने देखा था। हमारी सेना दिनोंदिन सशक्‍त बन रही है। सर्जिकल स्‍ट्राइक हमारी सरकार का फैसला था। अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने वाले पुलिसकर्मियों को अब हर साल नेताजी के जन्‍मदिन पर उनके नाम से सम्‍मान दिया जाएगा।

पुलिस स्मारक भवन का किया उद्घाटन-
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस स्मारक दिवस के अवसर पर आजादी के बाद से पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान की याद में स्थापित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का उद्घाटन किया। 21 अक्तूबर 1959 में चीनी सैनिकों द्वारा लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में मारे गए पुलिसकर्मियों की याद में इस दिन को पुलिस स्मारक दिवस के रूप में मनाया जाता है। पीएम मोदी ने पुलिस स्मारक दिवस के मौके पर शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि दी और परेड में शामिल हुए। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे राष्ट्र सेवा और समर्पण की अमर गाथा के प्रतीक, राष्ट्रीय पुलिस मेमोरियल को देश को समर्पित करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि यह आपकी सतर्कता का नतीजा है कि अशांति पैदा करने वाले तत्व अपने प्रयासों में असफल होते हैं। देश में भय और असुरक्षा पैदा करने वालों के प्रयासों को आप विफल करते हैं। देश में प्रचलित शांति केवल आपकी सेवाओं के कारण संभव है। उन्होंने कहा कि यह हर जवान को याद रखने का दिन है जो जम्मू और कश्मीर में कानून और शांति बनाए रखता है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ता है। इस दौरान प्रधानमंत्री जवानों की शहादत को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि देश हमारे पुलिसकर्मियों के बलिदान को कभी नहीं भूल पाएगा।