Friday, April 26, 2024
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नए साल के आगमन की सुगबुगाहट और हमारे संकल्पों का दौर: सुजाता प्रसाद

हम क्या कर सकते हैं क्या नहीं ये हमारी परिस्थितियों पर निर्भर कर सकता है, लेकिन हमें क्या करना है, यह हमारे समझदार फैसले पर टिका होता है।

सुजाता प्रसाद
लेखिका, शिक्षिका, सनराइज एकेडमी
नई दिल्ली

दिसंबर माह पल पल बढ़ते हुए नए साल के आगमन की सुगबुगाहट दे जाता है और शुरू हो जाता है हमारे संकल्पों का नया दौर। हम क्या कर सकते हैं क्या नहीं ये हमारी परिस्थितियों पर निर्भर कर सकता है, लेकिन हमें क्या करना है, यह हमारे समझदार फैसले पर टिका होता है।

इसी सिलसिले में मैं, आप और हम सभी एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश जरूर कर सकते हैं और धीरे-धीरे यह हमारा एक ऐसा गुण बन जाता है जिसे कोई हमसे छीन नहीं सकता। न हमारे आसपास के लोग, ना ही परिस्थितियां, सिवाय आपके सिवाय हमारे।

इसके लिए बस हमें ख़ुश रहने की जरूरत है। हर सुबह यह आपको ही तय करना है कि आज मुझे खुश रहना है। इसलिए याद रखें कि ख़ुश रहना है या दुखी चयन आपको ही करना है। क्योंकि ख़ुश रहने से हमारी समझदारी विकसित होती रहती है और हम अपने विरुद्ध कोई नासमझी करने से बचते रहते हैं।

हालांकि खुश होना हमारे लिए कोई लक्ष्य नहीं है लेकिन हमारे ख़ुश होने से हम अपने कई कई लक्ष्य साध सकते हैं। इसलिए यह कितना अच्छा होगा कि हम अपने जीवन को कुछ अच्छी विशेषताओं का उपहार सौंप दें। इस संसार में मैं, आप और हम, आज़ हैं कल नहीं रहेंगे। कुछ अगर रह पाएगा तो वह है हमारे द्वारा किए गए विशेष कार्य, जो अपनी उपस्थिति में सुवासित होता रहेगा।

इसलिए यह समझना बहुत जरूरी है कि जब हम खुश होने की वजहें तलाश रहे होते हैं तो समझिये हमारे अन्दर की सकारात्मकता नए रूप में हमारे सामने आने वाली है। जिसके लिए हमें अपनी सक्रियता बनाए रखना होगा, क्योंकि हमारा सक्रिय रहना हमारे जीवन को सिर्फ संवारता ही नहीं बल्कि हमारे जीवन के प्रति हमारी सहभागिता भी दर्शाता है।

जब हमारा नजरिया स्पष्ट हो, हम खुश और संतुलित हों तब हमारे द्वारा लिया गया निर्णय कुछ अच्छा करने के लिए ही लिया गया होता है। हमें अपने आज़ के समय को अनदेखा नहीं करना चाहिए। अपनी बुद्धि और क्षमता का उपयोग, हम जिस समय में जी रहे हैं उसमें जरूर करना चाहिए।

हमारा अपने जीवन में किसी न किसी रूप में शामिल होना बहुत जरूरी है। हमारी क्रियाशीलता ही हमारे किसी भी उद्देश्य के संकल्प को पूरा करने में सहायक साबित होती है। आपके जीवन का उद्देश्य आप तय करते हैं, कोई और नहीं बल्कि आप। नए साल पर आपका संकल्प ही एकमात्र विकल्प हो तो इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है।

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