Monthly Archives: March, 2020
तरक्की- जसवीर त्यागी
तरक्की के विमान में बैठकर
बच्चे विहंसते हुए विदेश चले गये
हँसता खिलखिलाता हुआ घर
उदास अकेला मकान रह गया
परिवार के नाम पर
दो बूढ़े-बुढ़िया ही
एक-दूसरे का सूना...
अपने-पराए- शिप्रा खरे शुक्ला
बहुत अपने होते हैं दर्द
किसी कारण मिलें
अपने ही बनकर
रग रग में उतर जाते हैं
सीने में दफन हो जाते हैं
परायी तो मुस्कुराहटे हैं
कितनी ही अपनी...
चाइना बाजार- वीरेन्द्र तोमर
धोखे तुमसे हमने खाये
सन इकसठ हम भूल ना पाये
ओछी हरकत फिर कर डाली
ऐसी फैला दी महामारी
अब छप्पन इंच करेगा कमाल
होगा ड्रेगन अब बुरा हाल
मोटा...
जीत में तो सारी दुनिया साथ देती है, पर हार पर क्यों नहीं?
हमेशा ऐसे लोगों को तलाशिए जो आपको गिरने पर उठाना जानते हों, जो जीत में तो आपका साथ देते ही हों, पर आपकी हार...
बाल-ग़ज़ल- डॉ भावना
बाल-ग़ज़ल (मेरे घर के सदस्यों की तरह रहने वाला खरगोश कृष्णा-श्वेता को समर्पित)
बहुत चंचल है ये खरहा अजब करतब दिखाता है
जो चुप रहके भी...
तुम आसमान देख लो- संजय अश्क़
गुटका, तंबाकु, सिगरेट मे ही खुश इंसान देख लो
जगह-जगह खुली हुई जहर की दुकान देख लो
नशे के चक्कर में लोग घर से सडको पर...
घर वास, कोरोना हताश- मनोज शाह
घर वास कोरोना हताश
छूट गई पीछे जीने की आस
ये मजबूरी के मुसाफिर
नमाजी है ना क़ाफिर
आजाद हिंदुस्तान के,
सबसे अभागी तस्वीर
पैरों में छाले पड़ गए है,
गठरी...
सहज युगबोध- शशि पुरवार
भीड़ में गुम हो गई हैं
भागती परछाइयाँ
साथ मेरे चल रहीं
खामोश सी तनहाइयाँ
वक़्त की इन तकलियों पर
धूप सी है जिंदगी
इक खुशी की चाह में, हर
रात...
विदेश से आये तब्लीग़ जमात के कार्यकर्ताओं पर होगी वीजा शर्तों के उल्लंघन की कार्यवाही
गृह मंत्रालय ने तेलंगाना में कोविड-19 पॉजिटिव मामलों के सामने आते ही 21 मार्च 2020 को सभी राज्यों के साथ भारत में तब्लीग़ जमात...
रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक के उपाय
कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रकोप से दुनिया भर में पूरी मानव जाति पीड़ित है। ऐसे में शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर...
चैत्र नवरात्रि सप्तमी- माँ कालरात्रि की भक्ति से मिलती है पापों से मुक्ति
या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
चैत्र नवरात्रि की सप्तमी को माँ कालरात्रि की आराधना-उपासना का विधान है। माँ की...
कोई खूबसूरत इत्तिफ़ाक़- रूची शाही
गुनहगार हूँ मैं मुझको बता कर चला जाता है
वो अपनी सारी खतायें मिटा कर चला जाता है
मैं हर रोज़ सोचती हूँ कि आज नही...