जबलपुर कमिश्नर अभय वर्मा ने आज कई महत्वपूर्ण विषयों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संभाग के सभी कलेक्टर्स की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने राजस्व महाअभियान की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही राजस्व न्यायलयों में प्रकरणों के निराकरण की विस्तृत समीक्षा कर कहा कि जिस तहसील में राजस्व प्रकरणों का निराकरण ठीक नहीं है उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें। वर्चुअल बैठक के दौरान राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच लंबित होने पर कहा कि इन प्रकरणों पर शीघ्रता से जांच कर प्रतिवेदन दें।
कमिश्नर अभय वर्मा ने सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के संबंध में कहा कि संभाग के सभी जिले बी श्रेणी में है, अत: इस दिशा में प्रयास करें ताकि ए श्रेणी में पहुंचा जा सके। बैठक में संभाग के सभी जिलों में आरबीसी 6(4) के प्रकरणों में राहत राशि भुगतान तथा पेंडेंसी की विस्तृत समीक्षा कर कहा कि आपदा राहत में विलम्ब बिल्कुल भी न करें।
उन्होंने सभी जिलों में खाद की उपलब्धता की समीक्षा भी की और कहा कि यदि खाद के संबंध में कहीं दिक्कत होती है तो तत्काल सूचित करें। पीएम जनमन महा अभियान अंतर्गत आदर्श ग्रामों में सेचुरेशन की समीक्षा कर कहा कि योजना के उद्देश्यानुसार कार्य करें। आदर्श ग्रामों में शत-प्रतिशत सेचुरेशन सुनिश्चित करें, पीएम आवास जहां नहीं बने हैं, वहां पीएम आवास के वर्क ऑर्डर जारी करें ताकि पात्र लोगों को योजना का लाभ मिल सके।
बैठक में अक्षय ऊर्जा के संबंध में भी चर्चा कर कहा कि इस दिशा में प्रगति मूलक कार्य करें। कमिश्नर अभय वर्मा ने कहा कि आवारा पशुओं को राजमार्ग से हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें, गौशालाओं में भेजें और पशुपालकों पर जुर्माना भी करें। इस दौरान संयुक्त संचालक पशु पालन एवं डेयरी ने बताया कि आवार मवेशियों की रोकथाम के लिये अभी तक 2 लाख 8 हजार से अधिक का जुर्माना किया गया है तथा 206 घायल पशुओं को उपचार के लिये भेजा गया है। गौकशी के मामले पर सभी कलेक्टर्स संवेदनशील और सतर्क रहें, जिले में कहीं भी गौकशी के प्रकरण आने पर सख्त कार्यवाही करें।
इस दौरान छात्रवृत्ति भुगतान समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिये और कहा कि छात्रवृत्ति भुगतान में लापरवाही करने वाले प्राचार्यो पर कार्यवाही की जाये। लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इसके साथ ही कहा कि मनरेगा के कार्यों में प्रगति लायें। कमिश्नर अभय वर्मा ने कहा कि धान उपार्जन और सोयाबीन उपार्जन की समुचित तैयारी कर लें। सिकमी पंजीयन नियम अनुसार ही करायें।