काठमांडू (हि.स.)। काठमांडू स्थित चीनी राजदूत ने सोमवार को नेपाल के युवाओं के लिए एक कार्यक्रम की घोषणा करते हुए उनके प्रशिक्षण के लिए आवेदन की अपील की है। हालांकि इसके लिए नेपाल सरकार से इजाजत नहीं लिए जाने के कारण चीनी राजदूत की घोषणा विवादों में घिर गई है।
नेपाल में चीन के राजदूत छन सोंग ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर नेपाल के युवाओं के लिए चाइनीज एंबेसी यूथ पायनियर प्रोग्राम की घोषणा की गई। नेपाल के 18-35 वर्ष के युवाओं को इससे जुड़ने की अपील की गई है। चीनी राजदूत ने कहा है कि इस कार्यक्रम के तहत नेपाल के युवाओं को लीडरशिप, सोशल और इकोनॉमिक के क्षेत्र में एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाएगा। राजदूत ने दावा किया है कि चीनी दूतावास का यह कार्यक्रम नेपाल के सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में गेम चेंजर साबित होने वाला है।
चीनी दूतावास की इस घोषणा के लिए नेपाल सरकार से स्वीकृति नहीं लिए जाने की बात सामने आई है। इस संबंध में विदेश मंत्रालय से पूछे जाने पर अनभिज्ञता प्रकट की है। मंत्रालय के प्रवक्ता अमृत राई ने कहा कि वो इस बात का पता लगाएंगे कि चीनी राजदूत द्वारा घोषणा किए गए कार्यक्रम के संबंध में सरकार से इजाजत ली गई है या नहीं।
उधर, नेपाल सरकार के प्रवक्ता ने भी इस विषय पर कुछ भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया। सूचना तथा संचार मंत्री रहे नेपाल सरकार के प्रवक्ता पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने कहा कि इस सरकार को बने अभी तीन महीने भी पूरे नहीं हुए। मुझे ध्यान में नहीं आ रहा है कि इस सरकार ने कभी इस तरह का कोई निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय इस तरह की इजाजत दी गई है या नहीं, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।