ये तेरी सौंधी सी खुशबू
या तेरी बातों का जादू
ये तेरी पैरों की पायल
या तेरी आँखो का काजल
एक मुझे पाने का ख्याल
ये तेरे उलझे सवाल
सामने मेरे शराफत
ये तेरी मासूम शरारत
देख तुझे होती है हलचल
एक ये सर्दी के बादल
ये तेरे गोरे से गाल
और मेरे लब बेहाल
रोक लू या करुँ मनमानी
उफ़ ये तेरी जवानी
-राजन कुमार झा
सहरसा, बिहार