नई दिल्ली (हि.स.)। राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र और अमृत उद्यान में बलुआ पत्थर से बनी कोणार्क पहियों की चार प्रतिकृतियां स्थापित की गई हैं।
राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को बताया कि कोणार्क पहियों की स्थापना का उद्देश्य आगंतुकों के बीच देश की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करना और उसका प्रचार करना है। यह पहल राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक तत्वों को पेश करने के लिए उठाए जा रहे कई कदमों का हिस्सा है।
कोणार्क सूर्य मंदिर एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो ओडिशा के मंदिर वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इसे सूर्य देव को ले जाने वाले एक विशाल रथ के आकार में बनाया गया था। कोणार्क के पहिए भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं।