भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होने के बाद से नेताओं के इस्तीफे का दौर जारी है। मंगलवार को कार्यकारिणी की दूसरी सूची जारी होने के बाद 24 घंटे में पूर्व विधायक समेत पांच नेताओं ने पद ठुकरा दिए। इससे पहले पहली सूची जारी होने पर इंदौर से कांग्रेस नेता प्रमोद टंडन ने कांग्रेस पार्टी ही छोड़ दी थी।
बुधवार को पद ठुकराने वाले पांच नेताओं में भोपाल कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष मोनू सक्सेना, इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमन बजाज, मुरैना के रामलखन दंडोतिया, रैगांव की पूर्व विधायक कल्पना वर्मा और यासिर हसनत सिद्धीकी शामिल हैं। पहली और दूसरी सूची जारी होने के बाद से अब तक 6 नेताओं ने कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि मप्र कांग्रेस कमेटी की पहली लिस्ट में 177 पदाधिकारी घोषित किए गए थे। दूसरी लिस्ट में 158 पदाधिकारी बनाए गए। मुरैना से कांग्रेस नेता रामलखन दंडोतिया संयुक्त सचिव बनाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने जीतू पटवारी को पत्र लिखकर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आपका ये अहसान ब्याज समेत लौटाऊंगा।
दंडोतिया ने कहा कि दूसरी लिस्ट में मुझे सहायक सेक्रेटरी बनाया है। मुझसे इस बारे में बात नहीं की। अगर बताया होता तो मैं मना कर देता। जीतू पटवारी को शायद नहीं मालूम होगा कि 2022 में कमलनाथ की एआईसीसी लिस्ट में 78वें नंबर पर मेरा नाम अंकित है। मुझे जनरल सेक्रेटरी बनाया गया था। 2017 में दीपक बावरिया, अरुण यादव ने मुझे सेक्रेटरी बनाया था। इस समय मुझे सहायक सचिव बनाकर मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाई है। मैं नहीं चाहता कि मैं पद लेकर घर बैठा रहूं।
इंदौर में कार्यवाहक शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमन बजाज ने जीतू पटवारी की टीम में पद ठुकरा दिया। उन्हें जीतू की टीम में सचिव बनाया गया था। जिसके बाद उन्हें ये पद लेने से इनकार कर दिया। वहीं, भोपाल कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रहे प्रदीप सक्सेना ‘मोनू’ को जीतू पटवारी की टीम में सचिव बनाया गया है। मोनू ने सचिव पद लेने से इनकार करते हुए सोशल मीडिया पर इस पद से इस्तीफा दिया है।