मुंबई (हि.स.)। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से 36 सीटों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दोनों गुट आमने-सामने लड़ रहे हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार राकांपा एपी के टिकट पर बारामती से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनका मुख्य मुकाबला राकांपा एसपी के उम्मीदवार, उनके भतीजे युगेंद्र पवार से है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना है।
राकांपा के दोनों गुट राज्य भर में 36 सीटों पर एक-दूसरे के सीधे टकराव में हैं। अजित पवार की राकांपा ने जहां 35 मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा है वहीं शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट ने 15 मौजूदा विधायकों को चुनाव मैदान में उतारा है। 2019 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में अविभाजित राकांपा ने 55 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
जुलाई 2022 में राकांपा टूट गई, अजित पवार ने 40 विधायकों को अपने साथ लेकर सत्तारूढ़ महायुति सरकार में शामिल होने का फैसला किया। उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया और आठ और नेताओं को भी मंत्री बनाया गया। दिग्गज नेता शरद पवार के पास करीब 15 विधायक रह गए। शरद पवार ने पाला बदलने वाले ज्यादातर वरिष्ठ एनसीपी नेताओं के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं। सूची बारामती से शुरू होती है, जहां शरद पवार के भतीजे और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार चुनाव लड़ रहे हैं।
शरद पवार ने अपने पोते युगेंद्र पवार को मैदान में उतारा है, जो अजित पवार के भतीजे और उनके छोटे भाई श्रीनिवास के बेटे हैं। इसी तरह शरद पवार ने आंबेगांव से देवदत्त निकम को भी मैदान में उतारा है, जिसका प्रतिनिधित्व वरिष्ठ राकांपा मंत्री दिलीप वलसे पाटिल करते हैं। दिलीप वलसे पाटिल को शरद पवार का करीबी माना जाता था।
इसी तरह नासिक जिले के येवला से चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ नेता और मंत्री छगन भुजबल के खिलाफ शरद पवार ने माणिकराव शिंदे को मैदान में उतारा है। राकांपा मंत्री धनंजय मुंडे को परली से शरद पवार के गुट की ओर से राजेशाह देशमुख से चुनौती मिल रही है। राकांपा एपी के नेता और मंत्री धर्मराव अत्राम को अहेरी सीट पर अपनी ही बेटी भाग्यश्री से चुनौती मिल रही है। राकांपा एपी की नेता और एक अन्य मंत्री अदिति तटकरे को राकांपा एसपी उम्मीदवार अनिल नवघाने से चुनौती मिल रही है। मुंब्रा-कलवा में राकांपा एसपी विधायक जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ राकांपा एपी के नजीब मुल्ला और शिरुर में राकांपा एसपी विधायक अशोक पवार के खिलाफ राकांपा एपी ने ज्ञानेश्वर कटके को मैदान में उतारा है। राकांपा एपी ने अर्जुनी-मोरगांव के विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे को टिकट नहीं दिया है। इस सीट पर अजीत पवार ने भाजपा से आए पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले को अपना उम्मीदवार बनाया है।
इसी तरह अजीत पवार उनके साथ गए विधायक बालासाहेब आजबे और बबन शिंदे को टिकट नहीं दिया है। लोकसभा चुनाव में राकांपा एपी सिर्फ चार सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें सिर्फ एक सीट पर विजई हुई थी। बारामती लोकसभा क्षेत्र में शरद पवार की बेटी के विरुद्ध अजीत पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को मैदान में उतारा था, जो चुनाव हार गई थी। विधानसभा चुनाव में इन 36 सीटों खासकर बारामती सीट पर मतदाता किसे चुनते हैं, इसका पता 23 नवंबर को ही चल सकेगा।