वाराणसी (हि.स.)। ज्योतिपर्व दीपावली पर गुरुवार शाम श्री काशी विश्वनाथ धाम में मिट्टी के दीयों से विशेष सज्जा की गई। अभूतपूर्व दीप सज्जा एवं सनातन शास्त्रीय नवाचार में दरबार में आए शिवभक्तों ने भी पूरे उत्साह के साथ भागीदारी की।
प्रथम बार इस विशिष्ट आराधना उत्सव में बाबा के पावन ज्योर्तिलिंग की षोडशोपचार आराधना की गई। परिसर स्थित माता अन्नपूर्णा का पूजन संपन्न किया गया। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सपरिवार याजक की भूमिका का निर्वहन किया । श्री विश्वेश्वर मंदिर प्रांगण में स्थित श्री सत्यनारायण भगवान के मंदिर में महालक्ष्मी और गणपति की आराधना की गई।
इसके बाद सनातन समाज, राष्ट्र एवं विश्व के संपन्न एवं सुखी होने की कामना भी की गई। गौरतलब हो कि ब्रह्मांड में ज्योति से प्रकाश की उत्पत्ति स्वयं महादेव शिव ने ज्योतिर्लिंग स्वरूप में प्रकाश स्तंभ के रूप में की है। ऐसा शिव पुराण में वर्णित है। ज्योति पर्व का अनुष्ठान ज्योतिर्लिंग धाम में समारोहपूर्वक किया जाना शास्त्र सम्मत है।