मध्यप्रदेश में इस बार रौशनी पर्व पर पिछले वर्ष की तुलना में बिजली की मांग कम रही। इस बार दीपावली के दिन बिजली की मांग 13325 मेगावाट रही, जबकि पिछले वर्ष बिजली की मांग 16130 मेगावाट थी। प्रदेश में रौशनी पर्व के धन तेरस व नरक चौदस के दिन भी पिछले वर्ष की तुलना में बिजली की मांग कम रही। इस बार धन तेरस के दिन बिजली की मांग 13322 मेगावाट व नरक चौदस के दिन 13343 मेगावाट रही।
प्रदेश में रौशनी पर्व में नरक चौदस के दिन दीपावली की तुलना में बिजली की मांग अधिक रही। उल्लेखनीय बात यह रही कि प्रदेश में जितनी भी बिजली की मांग रही उसकी शतप्रतिशत आपूर्ति प्रदेश की सभी विद्युत कंपनियों के सहयोग व समन्वय से सफलतापूर्वक की गई। प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2021-22 में दीपावली के दिन बिजली की मांग 11371 मेगावाट, 2022-23 में 9846 मेगावाट और 2023-24 में 16130 मेगावाट थी।
इस बार दीपावली के दिन प्रदेश की 13325 मेगावाट बिजली मांग की आपूर्ति में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युत का योगदान 2115 मेगावाट, जल विद्युत का 236 मेगावाट, इंदिरा सागर-ओंकारेश्वर व सरदार सरोवर परियोजना का योगदान 1063 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 2348 मेगावाट, सासन परियोजना का 1123 मेगावाट, आईपीपी का 1175 मेगावाट और नवीकरणीय ऊर्जा व अन्य का योगदान 5265 मेगावाट रहा।