पश्चिम मध्यप्रदेश में आम लोगों, मौजूदा बिजली उपभोक्ताओं की सौर ऊर्जा को लेकर रूचि में सतत बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना के तहत अब तक मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र मालवा निमाड़ अंचल में 20800 उपभोक्ता जुड़े हैं। सभी स्थानों के उपभोक्ताओं को बिजली बिल में काफी रियायत मिल रही हैं, लोगों के बढ़ती रूचि के कारण हरियाली संरक्षण एवं प्रदूषण से मुक्ति की भावना का भी संचार हो रहा हैं।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि इसी वर्ष प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के प्रारंभ के बाद रूफ टॉप सोलर मीटर लगवाने वालों की संख्या में तेजी दर्ज हुई हैं। इंदौर महानगर के साथ ही उज्जैन, देवास, रतलाम जैसे अपेक्षाकृत बड़े शहरों में सौर ऊर्जा के प्रति रूझान में सतत बढ़ोत्तरी देखी गई है। इसी कारण फरवरी से नवंबर माह के दूसरे सप्ताह तक करीब सात हजार उपभोक्ता इस योजना से जुड़े हैं। इन सभी के घर, परिसर, छतों पर पैनल्स लग चुकी है, इनसे उत्पादित ऊर्जा की विधिवत रीडिंग, बिलिंग भी जारी है।
एमडी सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि निम्नदाब श्रेणी के करीब 20300 और उच्चदाब श्रेणी के 500 इस तरह कुल 20800 हजार उपभोक्ता अपने परिसरों से पैनल्स के माध्यम से बिजली तैयार कर रहे है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि तीन किलो वॉट तक के संयंत्र पर 78 हजार रूपए की सब्सिडी भी केंद्र शासन की ओर से सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में प्राप्त हो रही है।सौर ऊर्जा उत्पादन से पर्यावरण संरक्षण की भावना को बढ़ावा मिल रहा है, क्यों कि सौर ऊर्जा उत्पादन में न को कोयला लगता हैं, न ही पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही यह ऊर्जा प्रदूषण रहित ऊर्जा होती हैं।
किस क्षेत्र में कितनी उपभोक्ताओं की रूचि
इंदौर नगर, सुपर कॉरिडोर, बायपास से लगी कॉलोनी इत्यादि में में कुल 11900 उपभोक्ता रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना से जुड़कर लाभ ले रहे है। इसके बाद उज्जैन जिले में 2180 उपभोक्ता, तीसरे स्थान पर देवास जिले में करीब 1170 उपभोक्ता, रतलाम जिले में 825 उपभोक्ता, खरगोन जिले में 810 उपभोक्ता सूरज की किरणों से बिजली तैयार कर रहे हैं। अन्य जिलों में भी 50 से 500 उपभोक्ता रूफ टॉप सोलर नेट मीटर योजना में ऊर्जा उत्पादन कर रहे हैं।