ये वक्त भी गुजर जाएगा
और फिर से नया सवेरा आयेगा
हर बच्चा मिल पायेगा अपने मां बाप से
और हर कोई अपने घर जा पायेगा
दोस्तों ये वक्त भी गुजर जाएगा
माना की आज कुछ मजबूरियां हैं
हम सब को रखनी कुछ दूरियां हैं
पर देखना तो ये है कि ये करोना हमसे
कब तक लड़ पायेगा
और ये वक्त भी गुजर जाएगा
ना ही भूखा कोई मजदूर होगा
और ना ही पैदल चलने को मजबूर होगा
कल फिर से हंस कर अपने घर वालों का बोझ उठायेगा
और दोस्तों ये वक्त भी गुजर जाएगा
फिर से अपने बच्चे को गोंदी उठायेगा हर पुलिस वाला
और हर डाक्टर अपने परिवार के साथ खाएगा निवाला
और कल हर अपना अपने को गले लगायेगा
और दोस्तों ये वक्त भी गुजर जाएगा
-दीपा सिंह