जबलपुर प्रवास पर आए मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई के समक्ष मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने एमपी ट्रांसको प्रबंधन की अमानवीयता की दास्तान बयान की। कार्य के दौरान दुर्घटना में दिव्यांग हुए बिजली कर्मी की प्रत्यक्ष हालत देखकर अपर मुख्य सचिव भी भावुक हो गए और उन्होंने इस पर अतिशीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इंदौर में एमपी ट्रांसको के 132 केवी सब-स्टेशन में कार्यरत संविदा परीक्षण सहायक अनूप सिंह परते कार्य के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान बिजली कर्मी के जीवन की रक्षा के लिए उनके दोनों पैर काटने पड़े थे। इसके बाद एमपी ट्रांसको ने संविदा परीक्षण सहायक अनूप सिंह परते का संविदा अनुबंध नहीं बढ़ाया और कर्तव्यनिष्ठ कर्मी को बेरोजगार कर दिया, इससे दिव्यांग बिजली कर्मी अपने परिवार का पालन-पोषण अत्यंत कठिनाई से कर पा रहा है। दिव्यांग बिजली कर्मी, कंपनी कार्यालय के अनेक चक्कर लगा चुका है, लेकिन कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों की अमानवीयता जारी है।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आज अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई को दिव्यांग बिजली कर्मी की स्थिति से अवगत कराया गया, इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने प्रत्यक्ष कर्मी को देखा और आश्वासन दिया है कि इस मामले में अतिशीघ्र कार्यवाही की जाएगी।
इससे पहले तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में शक्ति भवन में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा नीरज मंडलोई का पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन किया और ज्ञापन पत्र सौंपा, साथ ही उनसे लाइन कर्मियों की लंबित मांगों और समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान संघ के केएन लोखंडे, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, लाखन सिंह राजपूत, आजाद सकवार, जगदीश मेहरा, दशरथ शर्मा, राजकुमार धुर्वे, विनोद दास, किशोर भोंडेकर आदि उपस्थित थे।