भारतीय रेलवे की बिहार स्थित मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोको फैक्ट्री में भारत का अब तक का सबसे शक्तिशाली इंजन बनाया गया।12000 एचपी के पहले मेड इन इंडिया इंजन को भारतीय रेलवे द्वारा पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन स्टेशन से सफलतापूर्वक चलाया गया।
इस इंजन को डब्ल्यूएजी 12 नंबर 60027 नाम दिया गया है। इस इंजन के साथ जुड़ी ट्रेन ट्रेन पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद डिवीजन से लंबी दूरी के लिए दीनदयाल उपध्याय स्टेशन से रवाना हुई, जिसमें 118 वैगन जुड़े हुए थे और जो पं. दीनदयाल उपध्याय जंक्शन से डेहरी-ओन-सोन, गढ़वा रोड होते हुए बरवाडीह तक गई।
यह भारतीय रेलवे के लिए गर्व का पल था, क्योंकि भारत दुनिया का छठा ऐसा देश है जो स्वदेश में ही ज्यादा हॉर्स पावर का इंजन बनाने वाले देशों के प्रतिष्ठित क्लब में शामिल हो गया है। यही नहीं, पूरी दुनिया में पहली बार बड़ी लाइन की पटरी पर उच्च हॉर्स पावर के इंजन का संचालन किया गया है। यह इंजन ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत निर्मित किया गया है। मधेपुरा फैक्ट्री गुणवत्ता और सुरक्षा के उच्चतम मानकों के साथ तैयार की गई सबसे बड़ी एकीकृत नई ग्रीनफील्ड यूनिट है। प्रति वर्ष 120 इंजनों की उत्पादन क्षमता वाला यह कारखाना 250 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।