वर्तमान में आप सभी जानते हैं की राजस्थान में मुख्यमंत्री के पद को लेकर रस्साकशी चल रही है। यह रस्साकशी दो पहलवानों के बीच है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट। प्रारम्भ में मुख्यमंत्री का पद अशोक गहलोत को मिला जिसके कारण सचिन पायलट का नाराज होना स्वाभाविक था। समय के साथ नाराजगी बढ़ती गई तथा इस वर्ष के राज्य सभा के इलेक्शन के समय काफी बढ़ गई।
राजस्थान सरकार की उठापटक कब तक रहेगी इस संबंध में मैंने प्रश्न कुंडली बनाई। जिसकी विश्शोन्तरी दशा के अनुसार 19 मार्च 2020 से शुक्र की महादशा में शनि की अंतर्दशा तथा गुरु का प्रत्यंतर था। शनि छठेभाव का स्वामी है। शुक्र नवम भाव एवं द्वितीय भाव का तथा गुरु चतुर्थ एवं सप्तम भाव का स्वामी है। इस दशा के प्रारंभ होने के कारण परिस्थितियां बदली तथा अशोक गहलोत विजय रहे। यह दशा 20 अगस्त 2020 तक रहेगी।
वर्तमान समय में प्रश्न कुंडली के नवम भाव में शुक्र है जो अत्यंत अच्छा फल देगा। गोचर के अनुसार शुक्र 1 अगस्त को बुद्ध के घर में जाएगा। यह भी उसकी मित्र राशि है। यहां भी शुक्र अच्छा फल देगा। 1 सितंबर को शुक्र एकादश भाव में जाएगा तथा यह उसकी शत्रु राशि है। विश्शोन्तरी दशा के अनुसार 20 अगस्त 2020 से शुक्र में बुध में बुध की दशा प्रारंभ होगी। प्रश्न कुंडली में बुध नवम एवं लग्न का स्वामी है। इस समय गहलोत सरकार के ऊपर से कष्ट दूर हो जाना चाहिए।
प्रश्न कुंडली में दूसरा प्रश्न पूछा गया था सचिन पायलट जी कब मुख्यमंत्री बनेंगे यह प्रश्न 13:29 17 सेकंड पर पूछा गया था जिसमें की तुला लग्न आई तथा मंगल छठे भाव में है। सूर्य बुध राहु नवम भाव में। वर्तमान में शुक्र में बुध में मंगल की प्रत्यंतर दशा चल रही है जोकि 24 जुलाई तक रहेगी। अर्थात वर्तमान में अगर सचिन पायलट जी काफी प्रयास करते हैं तो उनको यह प्रयास 24 जुलाई के पहले पहले कर लेना चाहिए।
उपरोक्त से यह निष्कर्ष निकलता है की वर्तमान में 24 जुलाई तक ही सचिन पायलट इफेक्टिव रहेंगे। उसके उपरांत उनका असर कम होना चालू हो जाएगा।
जय माँ शारदा
पंडित अनिल पांडेय
ज्योतिषाचार्य