लेखक हर्षिता डावर को वैश्विक संस्था मोटिवेशनल स्ट्रिप्स और गुजरात साहित्य अकादमी ने सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर से सम्मानित किया है। हर्षिता डावर कवयित्री हैं, जो बहुत छोटी उम्र से ही ज्वलंत विषयों के कथा और कविता लिखती रही हैं।
वैश्विक संस्था प्रेरक स्ट्रिप्स दुनिया का सबसे सक्रिय लेखक मंच है। इसके 163 देशों के लेखक हैं और इसके पृष्ठ के मासिक आगंतुकों की संख्या 7.3 मिलियन है। संस्था ने भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के दौरान गुजरात साहित्य अकादमी के साथ मिलकर 80 देशों के 350 कवियों और लेखकों को सम्मानित किया है।
यह पहली बार है जब दो बड़े साहित्यिक संस्थानों ने इस तरह का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया है और सर्वश्रेष्ठ और लोकप्रिय भारतीय कवियों और लेखकों को पुरस्कारों के लिए चुना है।
मोटिवेशनल स्ट्रिप्स के संस्थापक शिजू एच. पल्लीथाज़ेथ ने भारतीय कवियों और लेखकों को वैश्विक साहित्य में अपनी पहचान बनाने के लिए सराहा है। वहीं गुजरात साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ विष्णु पंड्या का कहना है कि यह क्षण विश्व साहित्य में ऐतिहासिक रहेगा, जहां हमने दुनिया के सबसे सक्रिय लेखकों के मंच के साथ सहयोग किया है।
हर्षिता डावर एक लेखक और कवयित्री हैं, जो कविता के माध्यम से दुनिया के पाठकों को प्रेरित करती रहती हैं। वे आत्मनिर्भर सिंगल माँ हैं, जो विपरीत परिस्थितियों से निखर कर नारी के उस स्वरूप को दर्शाती हैं जिसकी कामना इक्कीसवीं सदी के लिए की जाती रही है।
उन्हें स्वावलंबी कामकाजी महिला के मातृ स्वरूप को सिंगल पेरेंट्स की सबसे सराहनीय कहानियों की श्रेणी में मशहूर अभिनेत्री सारा खान द्वारा पुरस्कृत किया गया है।
आत्मनिर्भरता के लिए कामकाजी होने के साथ साथ एक कवियित्री का हृदय रखने वाली हर्षिता ने अपनी कविताओं के जरिए नारी के उस सशक्त स्वरूप को रचा एवं खुद को उसमें ढाला जो अब तक अछूता ही रहा है।
कला संकाय से स्नातक हर्षिता घूमने का शौक रखती हैं, ताकि अपने काव्य दृष्टि से सारे संसार की समीक्षा कर सकें। इसके साथ ही करीब 13 वर्षों के पेशेवर प्रशासनिक अनुभव ने उन्हें सांसारिक समाज की पेंचीदगियों को सरांचनात्मक स्तर पर समझने की काबिलियत भी दी है।