कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संगठन में बड़ा बदलाव किया है. पत्र लिखने वाले गुलाम नबी आजाद सहित चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है। वहीं रणदीप सुरजेवाला, तारिक अनवर और जितेंद्र सिंह को महासचिव नियुक्त किया गया है.
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार अब तक महासचिव प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा को अब पूरे उत्तर प्रदेश के प्रभारी का जिम्मा आधिकारिक रूप से सौंप दिया गया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला को कर्नाटक के लिए महासचिव प्रभारी की जिम्मेदारी दी गयी है। साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से कांग्रेस में वापसी करने वाले अनवर को महासचिव बनाकर केरल एवं लक्षद्वीप का प्रभार सौंपा गया है।
इसके अलावा ओडिशा के प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे जितेंद्र सिंह को महासचिव बनाकर असम की जिम्मेदारी दी गई है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पंजाब का प्रभार सौंप दिया गया है। महासचिव पद से चार वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, मोतीलाल वोरा और मल्लिकार्जुन खडग़े को हटाया गया है।
अब प्रियंका गांधी, सुरजेवाला, तारिक अनवर, जितेंद्र सिंह, हरीश रावत, ओमन चांडी, मुकुल वासनिक, अजय माकन और वेणुगोपाल के तौर पर पार्टी में कुल नौ महासचिव होंगे। वेणुगोपाल अब भी संगठन का प्रभार देखेंगे तो पहले कई राज्यों का प्रभार संभाल रहे, वासनिक अब सिर्फ मध्य प्रदेश का प्रभार देखेंगे। कांग्रेस नेतृत्व ने कई नये प्रभारी भी नियुक्त किये हैं और कई प्रदेशों के प्रभार में फेरबदल भी किये हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को पार्टी प्रशासन, रजनी पाटिल को जम्मू-कश्मीर, राजीव शुक्ला को हिमाचल प्रदेश, जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह ओर दिनेश गुंडूराव को तमिलनाडु, पुडुचेरी और गोवा के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।
इसके साथ ही मणिकम टैगोर को तेलंगाना, चेल्लाकुमार को ओडिशा, एचके पाटिल को महाराष्ट्र, देवेंद्र यादव को उत्तराखंड, विवेक बंसल को हरियाणा, मनीष चतरथ को अरुणाचल प्रदेश एवं मेघालय, भक्त चरण दास को मिजोरम एवं मणिपुर तथा कुलजीत सिंह नागरा को सिक्किम, नगालैंड और त्रिपुरा का प्रभारी बनाया गया है।