प्यारे बापू: प्रीति कुमारी

बापू ने जो काम किया
ख़ुद को देश के नाम किया
घट रही पल पल हर घटनाओं पर
बुलंद आवाज में तिरस्कार किया
भारत हो स्वर्ग सा सुंदर
हर दम ऐसा एक अभियान किया
गुलामी की बेड़ियां कट जाए
सत्याग्रह, अवज्ञा आंदोलन किया
सत्य का हमें जो पाठ पढ़ाया
अहिंसा की नीति पर हमें चलाया

आज हो रहा सब तार तार
लुटता जा रहा हमारा स्वर्ग सा संसार
हे मेरे प्यारे बापू
अब तो तुमको आना होगा
डूबती इस दुनिया को
फिर से पार लगाना होगा

मानव मूल्य का सही अर्थ
फिर से इनको सीखाना होगा
हे मेरे प्यारे बापू
अब तो तुमको आना होगा
भारत माता के सिर का ताज
आकर फिर से सजाना होगा

हर तरफ हो रहा अन्याय
चोरी डकैती और लूटपाट
चारो तरफ चीत्कार
बहू बेटियों अब न सुरक्षित
दुशासन दरिंदा खुला घूम रहा संसार में
तेरे सपनों का भारत
अब तो है टूट रहा

हे मेरे प्यारे बापू
अब तो तुमको आना होगा
भारत माता के सिर का ताज
फिर से सजाना होगा

अब तो तुमको आना होगा
मानवता का पाठ पढ़ाना होगा
अब तो तुमको आना होगा

प्रीति कुमारी
अध्यापिका
लुधियाना,पंजाब