मध्य प्रदेश की विद्युत वितरण कम्पनी और पावर ट्रांसमिशन कम्पनी आपस में समन्वय कर, जरूरत के अनुसार ही विद्युत उप-केन्द्रों का निर्माण करायें। विद्युत उप-केन्द्रों की क्षमता का पूरा उपयोग किया जाये। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह निर्देश मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी के कार्यों की समीक्षा के दौरान दिये।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि विद्युत उप-केन्द्र की स्थापना के पहले विद्युत लोड, वोल्टेज, सर्विस लाइन आदि के संबंध में पूरी एनालिसिस करें। उन्होंने कहा कि विद्युत ट्रिपिंग कम से कम होना चाहिये। ट्रिपिंग और उसमें सुधार का तुलनात्मक विवरण हर माह मुझे दें। साथ ही कम्पनी के कार्य-क्षेत्र में चल रहे सभी कार्यों को समय-सीमा में पूरा करवाएं।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने निर्देशित किया कि आउटसोर्स कर्मचारियों को समय पर और सही वेतन दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों को भी भुगतान समय पर करें। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार स्टाफ की ट्रेनिंग करवायें।
उर्जा मंत्री ने कहा कि ऊर्जा विभाग के कार्यों में एक साल के अंदर सकारात्मक परिवर्तन दिखना चाहिये। विद्युत उपभोक्ताओं का हित सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि विद्युत उपभोक्ताओं को समस्याओं के निराकरण के लिये भटकना नहीं पड़े।