ब्रिस्बेन के गाबा क्रिकेट मैदान में खेले गये चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की। इसके साथ ही टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में अपने सबसे बड़े लक्ष्य 328 रन का सफलतापूर्वक पीछा करते हुये 2-1 से श्रृंखला भी अपने नाम कर ली।
इस मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 369 रन बनाए थे, जिसमें मार्नस लाबुशाने का शतक शामिल था। इसके जवाब में पहली पारी में भारत ने शार्दुल ठाकुर और वॉशिंग्टन सुंदर के अर्धशतकों के दम पर 336 रन बनाए थे। वहीं दूसरी पारी में 33 रन की बढ़त लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 294 रन बनाए। इस तरह भारतीय टीम को 328 रन का लक्ष्य मिला। चौथे दिन के खेल समाप्त होने तक भारत ने 4 रन बनाए थे।
पांचवें दिन भारत को जीत के लिए 324 रनों की दरकार थी। लेकिन भारत को पहला झटका 9वें ओवर में ही रोहित के रूप में लगा। रोहित 21 गेंदो में सात रन बनाकर आउट हुए। उन्हें पैट कमिंस ने विकेट के पीछे पेन के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद गिल और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 114 रनों की साझेदारी की। गिल 91 रन बनाकर नाथन ल्योन का शिकार बने। गिल के आउट होने के बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे भी सिर्फ 24 रन बनाकर चलते बने। उन्हें पैट कमिंस ने पवेलियन भेजा।
इसके बाद पंत और पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी कर, भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। लेकिन अंत में डेब्यू मैन वॉशिंगटन सुंदर ने भी पंत का खूब साथ दिया। सुंदर ने 29 गेंदो में दो चौको और एक छक्के की बदौलत 22 रन बनाए। इन दोनों ने छठे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी की। इस जोड़ी ने ही मैच भारत की झोली में डाल दिया था।
वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने 24 ओवर में 10 मेडन के साथ सिर्फ 55 रन देकर चार अहम विकेट लिये। इसके अलावा अपना 100वां टेस्ट खेल रहे नाथन ल्योन ने दो विकेट लिये।