मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों के प्रस्तावित निजीकरण का विरोध तीव्र होता जा रहा है। निजीकरण के विरोध में अनेक प्रदर्शन कर चुके सभी कर्मचारी संगठन अब एकजुट हो चुके हैं।
केंद्र एवं प्रदेश सरकार को विद्युत कंपनियों के निजीकरण से रोकने के लिए प्रदेश के विद्युत कर्मचारियों ने कमर कस ली है। इसी के तहत अब सभी कर्मचारी बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
सरकार से आरपार की लड़ाई का मन बना चुके विद्युत अधिकारी एवं कर्मचारी आगामी 7 फरवरी को यूनाइटेड फोरम के नेतृत्व में भोपाल में विशाल रैली
आयोजित कर रहे हैं। जिसको लेकर सम्पूर्ण प्रदेश के विधुत अधिकारियों एवं कर्मचारियों में अभूतपूर्व उत्साह का वातावरण है।
विद्युत कंपनियों के निजीकरण के विरोध में आयोजित रैली को सफल एवं ऐतिहासिक बनने के लिए जबलपुर से 500 से ज्यादा अधिकारी एवं कर्मचारी भोपाल जा रहे हैं।
इसके अलावा भोपाल जाने के लिए सिंगरौली से 40, सीधी से 55, रीवा से 45, सतना से 70, छिन्दवाड़ा, अशोक नगर से अनेक विद्युत अधिकारी एवं कर्मचारी रैली में शामिल होने के लिए निकल चुके हैं। वहीं प्रदेश के सभी शहरों से बड़ी संख्या में अधिकारी एवं कर्मचारी भी रैली में शामिल होंगे।