प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नीति आयोग की 6वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। बैठक में पीएम मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना कालखंड में देखा है कि कैसे जब राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर काम किया, देश सफल हुआ। आत्मनिर्भर भारत अभियान, एक ऐसे भारत का निर्माण का मार्ग है जो न केवल अपनी आवश्यकताओं के लिए बल्कि विश्व के लिए भी उत्पादन करे और ये उत्पादन विश्व श्रेष्ठता की कसौटी पर भी खरा उतरे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट पर जिस तरह का पॉजीटिव रिस्पांस आया है, उसने जता दिया है कि मूड ऑफ नेशन क्या है। देश मन बना चुका है। देश तेजी से आगे बढऩा चाहता है, देश अब समय नहीं गंवाना चाहता है।
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने विभिन्न सेक्टर्स के लिए पीएलआई स्कीम शुरू की हैं। ये देश में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने का बेहतरीन अवसर है। राज्यों को भी इस स्कीम का पूरा लाभ लेते हुए अपने यहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में कृषि से लेकर, पशुपालन और मत्स्यपालन तक एक होलिस्टिक अप्रोच अपनाई गई है। इसका परिणाम है कि कोरोना के दौर में भी देश के कृषि निर्यात में काफी बढ़ोतरी हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर गवर्नेंस में सुधार लोगो के लिए क्वालिटी ऑफ लाइफ और उनके आत्मविश्वास का आधार बनती है। पंचायत राज व्यवस्था और नगर निकायों के निर्वाचिक प्रतिनिधियों को भी इस कन्वर्जेंस और आउटकम के लिए जिम्मेवार बनाने का समय अब आ गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में कई ऐसे सुधार किए गए हैं जो रेगुलेशन को कम करते हैं, सरकार का दखल कम करते हैं। जैसे हमने 1500 कानून खत्म किए हैं वैसे ही राज्यों से भी आग्रह करता हूँ कि वे कंप्लायंस का बोझ कम करें। ईज ऑफ लिविंग के लिए ये भी बहुत जरूरी है।