चीन-भारत कोर कमांडर स्तर की बैठक का 10वां दौर शनिवार 20 फरवरी को मोल्दो-चुशूल बॉर्डर मीटिंग प्वाइंट के चीनी क्षेत्र में आयोजित किया गया।
इस बैठक में दोनों पक्षों ने पैंगोंग सो झील क्षेत्र में अग्रिम फौजों की वापसी का यह समझते हुए सकारात्मक मूल्यांकन किया कि यह एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ अन्य शेष मुद्दों के समाधान के लिए एक अच्छा आधार प्रदान किया।
पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ अन्य मुद्दों पर उनके विचारों का स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान हुआ। दोनों पक्ष अपने सत्तासीन नेताओं की महत्वपूर्ण सहमति का अनुसरण करने, अपने संचार और संवाद को जारी रखने पर सहमति जताई।
इसके अलावा धरातल पर स्थिति को संतुलित और नियंत्रित करने, शेष मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान को निरंतर और व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाने पर सहमत हुए, ताकि सीमावर्ती क्षेत्रों में दोनों देश संयुक्त रूप से शांति और सौहार्द बनाए रख सकें।