सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को ओएफके की कर्मचारी यूनियनों द्वारा पुरजोर विरोध किया गया। यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि ESIC को खमरिया अस्पताल के साथ मर्ज करने की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत उनकी एक टीम खमरिया अस्पताल का भ्रमण करने आई।
ESIC की टीम के भ्रमण के दौरान ओएफके लेबर यूनियन और सुरक्षा कर्मचारी यूनियन (इंटक ) द्वारा पुरजोर विरोध किया गया एवं संवैधानिक तरीके से नारेबाजी करते हुए उन्हें वापस जाने के लिए आग्रह किया। उन्हें बताया कि अभी निगमीकरण की बातचीत सरकार के समक्ष फेडरेशन द्वारा चल रही है और इस बीच सरकार की यह गतिविधि उकसाने वाली है, यूनियनों के आग्रह पर उन्होंने हमारी बात मानी और वह वापस चले गए।
इस अवसर पर यूनियन के अरुण दुबे, रामप्रवेश, आनंद शर्मा, अर्नब दासगुप्ता, जीजो जैकब, पुष्पेंद्र सिंह, अमित चौबे, धर्मेंद्र रजक, अनुपम भौमिक, राकेश रंजन, जीवन सिंह, गुरप्रीत सिंह, प्रमोद पाली, मुकेश विनोदिया, संतोष सिंह आदि उपस्थित थे।
वहीं गुरूवार 1 अप्रैल को लेबर कोर्ट बिल के विरोध में यूनियनों द्वारा गुरुद्वारा वेस्टलैंड मे निजीकरण का एवं लेबर कोट बिल का पुतला दहन किया जाएगा।