मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रभारी संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग राजेश तिवारी की सेवानिवृत्ति पर 31 मार्च विदाई समारोह आयोजित किया गया।
सेवानिवृत्ति पर आयोजित कार्यक्रम में कोरोना गाईड लाइन को दरकिनार कर संभाग के सैंकडों प्राचार्य, शिक्षक एवं कर्मचारियों को एकत्र कर समारोह आयोजित किया जा रहा था।
सेवानिवृत्त कार्यक्रम की पूर्व अनुमति नहीं ली गई। जिसकी भनक पुलिस लगते ही मोके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस के पहुंचते ही वहां उपस्थित अधिकारियों, प्राचार्यों में भगदड सी मच गई। पुलिस के द्वारा परिमिशन मांगने पर अधिकारी बगल झांकते नजर आये। एक ओर जहां मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव दिन-रात एक कर कोरोना की चैन तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं समाज को शिक्षा का रास्ता दिखाने वाले अधिकारी की गाईड लाईन का पालन नहीं कर रहे हैं।
संघ के योगेन्द्र दुबे, मुकेश सिंह आदि ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर से मांग की है कि प्रभारी संयुक्त संचालक राजेश तिवारी एवं अन्य सहभागी अधिकारियों पर कोरोना गाईड लाईन का पालन न करने का अपराधिक मामला दर्ज किया जाये।