CBSE, ICSE एवं MP Bord की बोर्ड परीक्षाएं विश्वविद्यालय की तर्ज पर कराने की मांग

मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि विश्वव्यापी आपदा कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप पूरे देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश एवं जबलपुर में भी चरम सीमा में है।

देश में प्रतिदिन 1.5 लाखा से अधिक कोविड मरीज मिल रहे हैं। महामारी के इस दौर में कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। तीनों बोर्डो द्वारा जहां एक ओर अपना परीक्षा कार्यक्रम माह अप्रैल के अंत एवं मई के प्रारंभ से तैयार किया किया हुआ है,वहीं दूसरी ओर कोरोना की ऐसी स्थिति को देखते हुए उक्त कार्यक्रम अनुसार परीक्षा आयोजित किया जाना संभव नहीं लग रहा है।

जहां एक ओर पूरा शैक्षणिक सत्र ऑनलाईन पढाई में गुजरा है, वहीं शासन द्वारा छात्रों की स्कूलों में लिखित परीक्षा लिया जाना कहां तक उचित है? यदि शासन द्वारा लिखित परीक्षाओं के पेर्टन में बदलाव नहीं किया जाता है तो छात्रों के माध्यम से कोरोना घरों तक पहुंचने से रोका नहीं जा सकता है।

संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, मनीष चौबे, दुर्गेश पाण्डे, तरूण पंचौली, प्रणव साहू, नितिन अग्रवाल, श्याम नारायण तिवारी, राकेश दुबे, गगन चौबे, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिख, नितिन शर्मा, प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी, मनीष लोहिया, गणेश उपाध्याय, सोनल दुबे, देवदत्त शुक्ला, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिश्तिी आदि ने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से मांग की है कि कोविड महामारी को देखते हुए कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षायें ओपन-बुक अथ्वा ऑनलाईन ही संचालित कराई जावे।