इलाज के अभाव में मरता सरकारी कर्मचारी, निजी अस्पतालों में नहीं किया जा रहा भर्ती

मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अटल उपाध्याय ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि कोविड-19 कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते सरकारी कर्मचारी भारी मात्रा में संक्रमित होते जा रहे हैं, उनको शासकीय अस्पतालों में बीमारी का उचित इलाज नही मिल रहा है।

वहीं निजी अस्पतालों में कर्मचारियों के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कोरोना पीड़ित कर्मचारी एवं उनका परिवार भर्ती होने के लिए निजी अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें वहां भर्ती नहीं किया जा रहा है।

संघ के अटल उपाध्याय, नन्दु चंसोरिया, चन्दु जाउलकर, मुन्नालाल पटैल, आर. के.गुलाटी, अरूण दुबे, बिटू आहलोवालिया, उमेश पारखी, विजय सेन, मस्तराम राय, शकील खान, अनिल दुबे, आशुतोष तिवारी, सुरेन्द्र जैन, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, मो तारिक, धीरेन्द्र सोनी, संतोष तिवारी, प्रियांशु शुक्ला, अभिषेक मिश्रा, राजकुमार सिंह, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, विजय कोष्टी, प्रणव साहू, महेश कोरी, आदि ने जिला प्रशासन से मांग की है कि शासकीय कर्मचारियों के कोरोना के इलाज के लिए निजी अस्पताओं को निर्धारित की जावे।