पृथ्वी पर प्रत्येक मनुष्य के अनुपात में हैं छह गुना पक्षी

न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी सिडनी द्वारा किए गए एक नए बड़े डेटा अध्ययन से पता चलता है कि दुनिया में लगभग 50 बिलियन पक्षी हैं। शोध के अनुसार पृथ्वी पर प्रत्येक मनुष्य के अनुपात में छह पक्षी हैं। शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्षों में पाया कि 9700 विभिन्न पक्षी प्रजातियों से संबंधित हैं, जिनमें एमस और पेंगुइन जैसे उड़ान रहित पक्षी भी शामिल हैं।

शोधकर्ताओं के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई में रेनबो लोरिकेट (19 मिलियन), सल्फर-क्रेस्टेड कॉकटू (10 मिलियन) और लाफिंग कूकाबुरा (3.4 मिलियन) की संख्या में हैं, लेकिन दुर्लभ ब्लैक-ब्रेस्टेड बटनक्वेल के केवल लगभग 100 सदस्य बचे हैं। ये निष्कर्ष द प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित किए गये हैं।

यूएनएसडब्ल्यू साइंस के इकोलॉजिस्ट और अध्ययन के सह-वरिष्ठ लेखक एसोसिएट प्रोफेसर विल कॉर्नवेल कहते हैं कि मनुष्यों ने अपनी प्रजातियों के सदस्यों की गिनती में काफी प्रयास किया है, हम सभी 7.8 अरब हैं। वहीं दुनिया में पक्षियों की कुल आबादी 50 अरब होने का अनुमान है।

जिसमें गौरया की जनसंख्या 1.6 अरब, यूरोपीय मैना की तादाद 1.3 अरब, बार्न चिडिय़ा की तादाद 1.1 अरब है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पक्षियों की कई नस्लें बहुत दुर्लभ होने की कगार पर हैं। दस में से एक नस्ल की तादाद मात्र पांच हजार से भी कम रह गई है।

शोध में विज्ञान के क्षेत्र में काम कर रहे पेशेवर संगठनों और वैज्ञानिकों के इक_ा किए गए डेटा का इस्तेमाल किया गया और दुनिया की सभी 92 प्रतिशत एवियन प्रजातियों को शामिल किया गया है। शोध के अनुसार यूरोप, उत्तरी एशिया, उत्तरी अफ्रीका, अरब प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में पक्षियों की बहुत बड़ी तादाद है।

शोधकर्ता बहुत कम प्रजातियों का पता लगाकर हैरान नहीं हुए और उसमें बहुत सारी दुर्लभ की श्रेणी में थीं, जैसा कि पारिस्थितिकी विज्ञान में आम पैटर्न है। कुल मिलाकर उन्होंने अदांजा लगाया कि 1,180 पक्षी की प्रजातियों की संख्या कुल आबादी का 5 हजार से भी कम है। उल्लेखनीय है कि दुनिया में मौजूद पक्षियों का सटीक आंकड़ा मालूम करना बेहद जटिल काम है और उसका कोई अंतिम जवाब नहीं है, कुछ वर्षों में वैज्ञानिक अनुमान लगाने का दूसरा प्रयास करेंगे।