विद्युत अधिकारी को पदावनत किये जाने पर अभियंताओं में आक्रोश: अभियंता संघ करेगा बहिष्कार आंदोलन

मप्रविमं अभियंता संघ के महासचिव व्हीकेएस परिहार ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि बिना किसी ठोस कारण या आधार के अत्यंत अपमानजनक तरीके से जी.पी. सिंह, मुख्य अभियंता ( चालू प्रभार ) रीवा क्षेत्र को चालू प्रभार निरस्त कर पदावनत कर अधीक्षण अभियंता के रूप में जबलपुर स्थित मुख्यालय में पदस्थ किया गया है जो कि पूर्णतया अनुचित एवं अधिकारियों का मनोबल गिराने वाला है।

उन्होंने कहा कि श्री जी.पी. सिंह 13 वें 1981 बैच के अभियंता हैं, जो वर्ष 2012 से अधीक्षण अभियंता के पद पर कार्यरत हैं एवं वर्ष 2016 से मुख्य अभियंता ( चालू प्रभार ) के रूप में कार्य कर रहे हैं। इस प्रकार श्री सिंह के पास 40 वर्षों से भी अधिक का सुदीर्घ कार्यानुभव है। इतने वरिष्ठ एवं अनुभवी अधिकारी के साथ बिना किसी ठोस कारण अथवा जांच के ऐसा व्यवहार अत्यंत त्रासदीपूर्ण एवं अन्यायकारी है।

संघ ने कहा कि इससे न केवल जी.पी. सिंह बल्कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अन्य समस्त अभियंताओं में भय एवं आशंका व्याप्त है कि इस तरह की अन्यायपूर्ण कार्यवाही किसी भी अभियंता के विरूद्ध कभी भी बिना किसी ठोस कारण के हो सकती है।

प्रदेश में शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ विद्युत कंपनियों में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पदोन्नति प्रक्रिया माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिप्रेक्ष्य में वर्ष 2016 से बाधित है अर्थात वर्ष 2015 के बाद से ही विद्युत कंपनियों में कोई भी पदोन्नति नहीं हो सकी है। इस दौरान हुई सेवा निवृत्तियों से विद्युत कंपनियों में उच्च स्तर पर अनेक पद रिक्त हो गये हैं, जिन पर विधिवत पदोन्नति न दे सकने के कारण करंट चार्ज देकर कार्य संपन्न कराया जा रहा है।

इस प्रकार चालू प्रभार एक तरह से पदोन्नति के समकक्ष ही है एवं इसमें वरिष्ठता का ध्यान रखे जाने के स्पष्ट निर्देश हैं। यदि पदोन्नति की प्रक्रिया बाधित नहीं होती तो किसी पद पर नियमित रूप से कार्य करने वाले मुख्य अभियंता के साथ इस प्रकार अन्यायपूर्ण व्यवहार नहीं किया जा सकता था।

उल्लेखनीय है कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में वर्ष 2015 में अधीक्षण अभियंता के पद पर पदोन्नत हुए अभियंता भी मुख्य अभियंता ( चालू प्रभार ) के पद पर कार्य संपादन कर रहे हैं । इस परिप्रेक्ष्य में वर्ष 2012 से अधीक्षण अभियंता के पद पर कार्यरत जी.पी. सिंह, मुख्य अभियंता ( चालू प्रभार ) रीवा क्षेत्र को सेवानिवृत्ति के केवल 40 दिन पूर्व बेहद अपमानजनक एवं अशोभनीय तरीके से पदावनत कर अधीक्षण अभियंता के पद पर पदस्थ किया जाना अत्यंत दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि ऐसी ही अपमानजनक कार्यवाही पूर्व में भी विद्युत कंपिनयों द्वारा अनेकों विद्युत अभियंताओं पर अनैतिक दबाव बनाने के उददेश्य से की जा चुकी हैं, जिसका संघ द्वारा सदैव सख्त विरोध किया गया है।

लेकिन श्री जी.पी. सिंह , मुख्य अभियंता ( चालू प्रभार ) रीवा क्षेत्र जैसे अत्यंत वरिष्ठ अभियंता के विरूद्ध सेवानिवृत्ति से केवल 40 दिन पूर्व बिना किसी न्यायोचित या ठोस आधार के पदावनत करने की विद्वेषपूर्ण अपमानजनक कार्यवाही से समस्त अभियंतागण हतप्रभ, क्षुब्ध एवं आक्रोषित हैं। अत : उक्त आदेश को तत्काल निरस्त कर जी.पी. सिंह को पूर्वानुसार यथावत पदस्थ किया जाये।

अभियंता संघ ने कहा है कि यदि उपरोक्तानुसार कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित नहीं की जाती है तो पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के समस्त अभियंता चरणबद्ध आन्दोलन करने हेतु बाध्य होंगे। जिसके तहत 24 एवं 25 मई 2021 को संपूर्ण पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी एवं जबलपुर मुख्यालय के सभी अभियंता काली पट्टी धारण कर विरोध प्रदर्शित करेंगे।

इसके पश्चात 27 मई से पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में सभी अभियंता अनिश्चितकालीन संपूर्ण कार्य बहिष्कार कर अपने मोबाईल बन्द रखेंगे। सभी पदों पर चालू प्रभार पर कार्य कर रहे समस्त अभियंता अपने चालू प्रभार का अभियंता संघ के आव्हान पर त्याग कर केवल अपने मूल पद के कार्य का निष्पादन करेंगे और 1 जून से विरोध में कार्य बहिष्कार आन्दोलन प्रदेश की समस्त विद्युत कंपनियों के अभियंताओं द्वारा प्रारम्भ कर दिया जायेगा।