मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत कतिपय वृत्तों में आउटसोर्स कर्मचारियों को कलेक्टर रेट से कम वेतन मिलने की शिकायतें प्राप्त हुईं थी। कंपनी के उच्च प्रबंधन ने शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए तत्काल जाँच कराई और पाया गया कि भोपाल रीजन में शहर वृत्त भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, विदिशा एवं ग्वालियर रीजन में गुना, अशोकनगर, संचारण संधारण ग्वालियर, दतिया एवं भिण्ड में आउटसोर्स कर्मचारियों को कंपनी से अनुबंधित आउटसोर्स एजेंसियों द्वारा कम वेतन दिया गया है।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए मैदानी वृत्तों के महाप्रबंधकों को जांच के निर्देश दिए गए एवं आउटसोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को मिलने वाले कुल वेतन के एवज में मिले कम वेतन के अंतर (बैलेंस) की राशि को संबंधित आउटसोर्स कार्मिकों के बैंक खाते डाल दिया गया है। गौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आउटसोर्स कर्मचारियों को निर्धारित वेतन दिलवाने के निर्देश दिये थे।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने सभी वृत्तों के महाप्रबंधकों को सचेत किया है कि वे आउटसोर्स एजेंसी के कार्यों पर निगरानी रखें और आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमानुसार मिलने वाले वेतन देने के लिए अपने वृत्त में कार्यरत प्रबंधक (मानव संसाधन) को ताकीद करें। कुछ आउटसोर्स एजेंसी द्वारा की गई लापरवाही के विरूद्ध कंपनी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है और भविष्य में वेतन को लेकर किसी भी प्रकार की विसंगति नहीं होने के निर्देश दिए हैं।
प्रबंध संचालक ने स्पष्ट किया है कि कंपनी के कामकाज को करने वाले आउससोर्स कर्मचारी कंपनी के कुल मानव संसाधन का अहम हिस्सा हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की वेतन संबंधी दिक्कतें नहीं आनी चाहिए। कंपनी ने यह भी कहा है कि आउटसोर्स कर्मचारी किसी भी प्रकार की दिक्कतों के लिए संबंधित महाप्रबंधक और प्रबंधक (मानव संसाधन) से संपर्क कर अपनी शिकायतों का निराकरण करा सकते हैं।