मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत सागर रीजन के संभाग निवाड़ी के कार्यपालन अभियंता ने अधीक्षण अभियंता टीकमगढ को पत्र लिखकर विद्युत वितरण केंद्र दिगौड़ा में संविदा पर पदस्थ कनिष्ठ अभियंता की सेवा समाप्ति के लिए कहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संविदा कनिष्ठ अभियंता द्वारा अधीक्षण अभियंता टीकमगढ़ के कारण बताओ नोटिस का आज तक प्रति उत्तर नहीं दिया गया है। कनिष्ठ अभियंता के इस व्यवहार और कर्तव्यों में लापरवाही करने के कारण वरिष्ठ अधिकारी नाराज बताये जा रहे हैं।
इसके अलावा कनिष्ठ अभियंता द्वारा दायित्वों का सही तरीके से समय पर निर्वहन न करने, लक्ष्य अनुसार राजस्व संग्रहण प्राप्त ना करने, बिजली चोरी की रोकथाम न करने, सीआरयू में वृद्धि न करने, उपभोक्ताओं की शिकायतों का नियमानुसार निराकरण करने में लापरवाही बरतने, अनु उत्तरदायी आचरण को दृष्टिगत रखते हुए कार्यपालन अभियंता ने वर्तमान में संभाग निवाड़ी के विद्युत वितरण केंद्र दिगौड़ा में संविदा पर पदस्थ कनिष्ठ अभियंता शेखर जाटव की संविदा सेवा समाप्त करने के लिए अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा है।
सेवा समाप्ति पत्र में कार्यपालन अभियंता संभाग निवाड़ी ने यह भी स्पष्ट लिख दिया है कि संविदा पर पदस्थ कनिष्ठ अभियंता शेखर जाटव कंपनी के कार्यों में रुचि नहीं रखते है। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करते हैं। स्वेच्छानुसार मनमाने तरीके से काम करने के आदी हैं। अत: सेवा समाप्ति की जाना उचित है।
वहीं कनिष्ठ अभियंता शेखर जाटव का कहना है कि निवाड़ी कार्यपालन अभियंता के व्यवहार से कार्यालय के सभी कर्मी परेशान है और उनके खिलाफ भी उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों वे कोरोना से पीडि़त थे और साथ ही उन्हें स्टोन की समस्या है, जिस कारण वे अधीक्षण अभियंता के कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दे पाये थे, वे एक-दो दिन में उन्हें अपना जवाब प्रस्तुत कर देंगे। लेकिन इससे पहले ही कार्यपालन अभियंता ने उनके खिलाफ कार्यवाही किये जाने के लिये अधीक्षण अभियंता को पत्र लिख, जिससे प्रतीत हो रहा है कि ऐसा दुर्भावनावश किया गया है।