DC-JCM की मीटिंग में रेलवे बोर्ड के समक्ष NFIR-WCRMS ने रेल कर्मचारियों की लंबित मांगो को लेकर विस्तृत चर्चा की। संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि 22-23 जून को हुई दो दिवसीय मीटिग में NFIR के महामंत्री डॉ एम राघवैया व NFIR के कार्यकारी अध्यक्ष व WCRMS के अध्यक्ष डॉ आरपी भटनागर ने रेलवे बोर्ड के साथ हुई बैठक में रेलकर्मियों की लंबित मुद्दो को पुरजोर तरीके से रखा।
WCRMS के प्रवक्ता सतीश कुमार ने बताया कि DC-JCM की मीटिंग में रेलवे बोर्ड के समक्ष बैठक में NFIR-WCRMS के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मुख्य रूप से कर्मचारी हितैषी मुद्दों पर चर्चा कर रेलवे बोर्ड को सहमत किया है।
• एलडीसी ओपन टू ऑल।
• रेलवे कर्मचारियों को फंट लाइन वर्कर तत्काल घोषित करें।
• LARSGESS को नये स्वरूप में लाया जाए।
• गार्ड को ट्रेन मैनेजर पद का नाम दिया जाए।
• पॉइंट्समेन को 4200 ग्रेड पे तक लाया जाए।
• सीनियर सुपरवाईजर के 3335 पदो को ग्रूप बी का दर्जा दिया जाए।
• ग्रेड पे 4600 के पद को 4800 से रिप्लेस किया जाए।
• कोविड हेतु स्पेशल सीएल 30 days से कम नहीं किया जाए।
• रनिंग स्टॉफ का ग्रेड पे 4600 दिया जाए।
• एनडीए की सीलिंग को हटाया जाए।
• रनिंग स्टॉफ को लाईन बॉक्स बंद ने किया जाए।
• 10 प्रतिशत लेटरेल कोटा भरा जाए।
• डीए को रिस्टोर किया जाए।
• एक्ट अप्रेंटिस का रेलवे में लिया जाए तथा एग्जाम की बाध्यता में शिथिलता दी जाए।
• कोविड से मृत हुए रेल के परिवार को 50 लाख रूपये दिए जाएं।
• एसएण्डटी स्टॉफ की यार्ड स्टिक लागू की जाए।
• एसएण्डटी स्टॉफ को ओवर टाइम दिया जाए।