मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया कि विगत दो वर्षों से कोरोना महामारी के कारण पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा स्थगित होने के कारण बेरोजगारों में भय व असंतोष का वातावरण व्याप्त है। गृह मंत्रालय द्वारा प्रदेश के 52 जिलों में लगभग 12 लाख परीक्षणार्थियों की परीक्षा तो स्थगित कर दी गई, परन्तु आज तक आयु सीमा बढ़ोत्तरी के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया गया है, जिससे शिक्षित बेरोजगारों में भारी आकोश व्याप्त है। पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आयु सीमा के साथ ही शारिरिक दक्षता परीक्षा (फिजिकल टेस्ट) में शिथिलता भी प्रदान की।
गृह मंत्रालय द्वारा कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण परीक्षा स्थगित करने में जल्दबाजी दिखाई गई, जबकि परीक्षा के लिए परीक्षा केन्द्रों की संख्या बढ़ाकर कोरोना प्रोटोकाल के तहत परीक्षा का आयोजन किया जा सकता था, वर्तमान में कोरोना संकमण कम हुआ है यदि विभाग चाहे तो केन्द्रों की संख्या बढाकर शीघ्र परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है। जिससे लाखों बेरोजगारों को राहत मिल सकेगी व उनके परिवारों में खुशी की लहर दोड़ सकेगी।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अरवेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, नरेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, आशुतोष तिवारी, मुन्नालाल पटेल, डॉ. संदीप नेमा, ब्रजेश मिश्रा, मनोज सिंह, मुकेश मिश्रा, चूरामन गुर्जर, श्यामनाराण तिवारी, राकेश सेंगर, नेतराम झारिया, कृपाल झारिया, राजेश चतुर्वेदी, मनोज खन्ना, महेश कोरी, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी, आदित्य दीक्षित आदि ने गृह मंत्री को ईमेल भेजकर मांग की है कि पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन विगत दो वर्षों से न होने के फलस्वरूप आयु सीमा में वृद्धि किये जाने के आदेश जारी किये जाएं।