भारतीय वायु सेना ने बुधवार 28 जुलाई को औपचारिक रूप से पूर्वी वायु कमान के हासीमारा वायु सेना स्टेशन में रफाल लड़ाकू विमान को 101 स्क्वाड्रन में शामिल किया। एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने इस समारोह की अध्यक्षता की।
पूर्वी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल अमित देव द्वारा वायु सेना प्रमुख का स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में एक फ्लाई-पास्ट भी हुआ, जिसके दौरान हासीमारा वायु सेना स्टेशन के लिए रफाल विमान के आगमन की घोषणा की गई और उसके बाद और पारंपरिक वाटर कैनन सलामी हुई।
स्वागत समारोह के दौरान वायु सेना कर्मियों को संबोधित करते हुए वायु सेना प्रमुख ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र में भारतीय वायुसेना की क्षमता को और मजबूती प्रदान करने के महत्व को ध्यान में रखते हुए हासीमारा में रफाल को शामिल करने की योजना सावधानीपूर्वक बनाई गई थी।
101 स्क्वाड्रन के उस गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए, जिसने उन्हें ‘फाल्कन्स ऑफ चंब एंड अखनूर’ की उपाधि दी। उन्होंने वायु सेना कर्मियों से उनके उत्साह और प्रतिबद्धता को नए रफाल विमानों की बेजोड़ क्षमता के साथ जोड़ने का आग्रह किया।
सीएएस ने कहा कि उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि जब भी और जहां भी आवश्यकता होगी, स्क्वाड्रन का वर्चस्व बना रहेगा और साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि विरोधी हमेशा उनकी उपस्थिति से भयभीत रहे।
101 स्क्वाड्रन रफाल लड़ाकू विमान से लैस होने वाली भारतीय वायु सेना की दूसरी स्क्वाड्रन है। इस स्क्वाड्रन का गठन 01 मई, 1949 को पालम में किया गया था और गुजरे वक्त में यह हार्वर्ड, स्पिटफायर, वैम्पायर, सु-7 और मिग-21एम विमानों का संचालन कर चुका है। इस स्क्वाड्रन के गौरवशाली इतिहास में 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धों में सक्रिय भागीदारी शामिल है।