मध्य प्रदेश विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल की बैठक मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे के साथ गुरूवार को 12 अगस्त को आयोजित की गई। बैठक में संयुक्त मोर्चा द्वारा दिए गए मांग पत्र पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में सकारात्मक चर्चा सम्पन्न हुई। प्रमुख सचिव से चर्चा के बाद कल 13 अगस्त से होने वाले अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है।
वहीं संयुक्त मोर्चा के मांग पत्र के संबंध में प्रमुख सचिव द्वारा बताया गया कि विद्युत निजीकरण का प्रदेश स्तर पर कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। संगठन द्वारा ऐसी बात रखी गई कि विधेयक के संबंध में प्रेषित सुझाव केंद्र सरकार को भेजे जाएं।
संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के विषय में संगठन द्वारा संविदा कर्मियों को बिना किसी परीक्षा के वरिष्ठता के आधार पर सीधे नियमित करने की मांग की गई। जिस पर प्रमुख सचिव द्वारा संज्ञान में लेते हुए जो भर्तियां 2013 में नियमित रिक्रूट विज्ञापन के आधार पर कर कर्मचारियों के संविदा में रख लिया गया था, उसका परीक्षण कराकर उनको बिना किसी एग्जाम के सीधे नियमित करने की बात कही गई है।
आउटसोर्स कर्मचारियों के संविलियन के संबंध में संयुक्त मोर्चे द्वारा विस्तार में चर्चा की गई और हरसंभव सुझाव सरकार को प्रेषित करते हुए प्रमुख सचिव द्वारा हर प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया गया एवं यह कहा गया कि संगठन द्वारा जो प्रस्ताव है उसका एक ड्राफ्ट प्रपोजल बनाकर ऊर्जा विभाग को प्रेषित किया जाएगा। इस संबंध में परीक्षण हेतु एक समिति के माध्यम से इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा एवं 45 वर्ष से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को नहीं निकाला जाएगा।
विद्युत कर्मियों की कोरोना काल में असमय मृत्यु के संबंध में संगठन द्वारा मांग की गई कि विद्युत कर्मियों को तत्काल करोना मानते हुए लाभ दिए जाएं एवं उनके आश्रितों को अति शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए, इस संबंध में प्रमुख सचिव द्वारा बताया गया कि प्रदेश सरकार की नीति अनुसार अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में अगर विभाग में पद नहीं है उन पदों अनुकंपा नियुक्ति के लिए अलग से पद सृजित कर तत्काल आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।
बिजली कर्मियों के लगभग 2 साल से लंबित महंगाई भत्ता के संबंध में संयुक्त मोर्चे द्वारा मांग की उसमें प्रमुख सचिव द्वारा सहमति जताई और कहा गया कि महंगाई भत्ता शीघ्र विद्युत कर्मियों को दे दिया जाएगा। वेतन वृद्धि के एरियर के संबंध में भी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल द्वारा बात रखी गई इस संबंध में भी प्रमुख सचिव द्वारा सहमति जताते हुए एरियर करने की बात कही गई।
विद्युत कर्मियों की वेतन विसंगतियों, कनिष्ठ अभियंतायों व कर्मचारियों की वेतन विसंगति एवं अन्य समस्यायों के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई। चर्चा के आधार पर विभागीय स्तर पर गठित कमेटी में संगठन के प्रतिनिधियों को शामिल कर शीघ्र लंबित वेतन विसंगतियों को निराकरण करने हेतु आश्वासन दिया गया। इसके बाद प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अधिकारियों के सकारात्मक रुक एवं देखते हुए संयुक्त मोर्चा प्रतिनिधिमंडल की एक आपात बैठक बुलाई गई।
संयुक्त मोर्चा के प्रति मंडल द्वारा सभी घटक संगठनों के प्रतिनिधियों की सहमति से निर्णय लिया गया कि चर्चा के आधार पर सरकार को कुछ समय दिया जाए एवं कल 13 तारीख से होने वाले अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार को तत्काल स्थगित कर दिया गया है। अगर आगामी समय में बैठक के अनुसार समस्याओं का निराकरण नहीं होता है तो संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल द्वारा बैठक कर पुन: आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
बैठक में कुलदीप सिंह गुर्जर अध्यक्ष पावर इंजीनियर एंड एंप्लाइज एसोसिएशन, सुशील कुमार पांडे प्रदेश महामंत्री मध्य प्रदेश विद्युत कर्मचारी महासंघ, जीके वैष्णव महासचिव मध्य प्रदेश विद्युत मंडल पत्रोपाधि अभियंता संघ, वी डी गौतम महामंत्री मध्य प्रदेश विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन, शंभू नाथ सिंह मध्य प्रदेश तकनीकी कर्मचारी संघ, शिव नारायण राजपूत अध्यक्ष मध्य प्रदेश बाह्यस्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन, मुकेश मेहना महामंत्री मध्य प्रदेश आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ, नरेंद्र चौधरी महासचिव विद्युत अजाक्स फेडरेशन मध्य प्रदेश, ए पी पारस महासचिव मध्य प्रदेश आरक्षित वर्ग अधिकारी कर्मचारी संघ संजय विधानी अध्यक्ष जनता यूनियन पश्चिम क्षेत्र, अमरनाथ सदाफल पावर इंजीनियर्स एंड एम्प्लाइज एसोसिएशन सम्मलित हुए।
संयुक्त मोर्चे की सफलता पर बिजली कर्मचारी महासंघ के वृत्त अध्यक्ष प्रणय श्रीवास्तव, प्रांतीय सचिव नितेन्द्र श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष लोकनाथ गढेवाल, मदन लाल श्रीवास्तव, मदन लाल चावके, सचिव शंकरलाल पंचेश्वर, राधेश्याम ठाकरे, वामन मण्डलेकर, अनीस खान, राधेलाल परिहार, गंगा प्रसाद मॉनेश्वर, संतोष असाटी, प्लांदुरकर, प्रांतीय सदस्य प्रेमकिशोर जांगड़े, केशलाल मात्रे, संरक्षक भोलानाथ नन्दी, राज कुमार गौतम, निकेश दुबे, वामन सिंह पटले, नागेश्वर, ओरिलाल, गुलाब नेवारे, राधेश्याम चौधरी, प्रकाश बोकड़े, आरके यादव, मुरलीधर ठाकरे, सुमेर चंद कोल्हे, प्रदीप श्रीवास्तव, हिरामन गौतम, अनूप भोयर आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए संयुक्त मोर्चे को मजबूत बनाने की अपील की है।