मध्य प्रदेश शासन के प्रमुख ऊर्जा सचिव व बिजली कंपनियों के अध्यक्ष संजय दुबे ने शनिवार को कटनी प्रवास के दौरान विभिन्न क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण के दौरान प्रबंध संचालक वी. किरण गोपाल, ऊर्जा विभाग के उपसचिव जाहिद अजीज खान सहित कम्पनी के अभियंता मौजूद रहे। बाद में अभियंताओं की बैठक में कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा भी शामिल हुए।
शनिवार को प्रमुख सचिव उर्जा संजय दुबे द्वारा कटनी शहर संभाग के अंतर्गत अधिक विद्युत हानि वाले क्षेत्रों का दौरा किया गया। जिसके अंतर्गत कटनी शहर के भट्टा मोहल्ला क्षेत्र में आकस्मिक रूप से विद्युत कनेक्शनों की जांच टीम द्वारा कराई गई। जांच के दौरान लगभग 20 उपभोक्ता परिसरों में विद्युत चोरी पायी गई। इनके विरुद्ध पंचनामा तैयार कर प्रकरण न्यायालय में भेजने की तैयारी की जा रही है।
औचक रुप से किये गये निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विद्युत चोरी के अधिकतर प्रकरणों में पोल से सर्विस लाइन को काटकर बिजली चोरी की जा रही है। मीटर में शंट भी पाया गया। कुछ मीटरों का डिस्प्ले खराब किया गया है एवं कुछ मीटर जले पाये गये बिजली चोरी के इन प्रकरणों के फोटोग्राफ भी लिये गये है। जिस पर प्रमुख सचिव द्वारा यथोचित् कार्यवाही करने के स्पष्ट निर्देश संबंधितों को दिये गये। उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारियों, लाइन कर्मचारियों एवं मीटर रीडरों को सख्त निर्देश दिये कि इस प्रकार बिजली चोरी के प्रकरणों में सतत निगरानी रखें तथा अधिक बिजली चोरी वाले स्थानों को चिन्हित कर बिजली चोरी के प्रकरण बनायें। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
प्रमुख सचिव संजय दुबे ने कलेक्टर सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी ली। जिसमें कनिष्ठ अभियंता स्तर तक के अधिकारी सम्मिलित हुए। बैठक में स्पष्ट रूप से प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया कि घरेलू फीडर में विद्युत उपभोक्ताओं को 24 घंटे तथा कृषि फीडरों पर नियमानुसार 10 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। हाई लॉस वाले वितरण ट्रांसफमरों को चिन्हित कर सघन चौकिंग की जाए। जिस वितरण केन्द्र में अधिक मात्रा में वितरण ट्रांसफार्मर फेल हो रहे हैं। ऐसे ट्रांसफार्मरों के विद्युत कनेक्शनों की जांच की जाए एवं देखा जाए कि कितने कनेक्शन वैध एवं कितने अवैध रूप से चल रहे है।
इसके साथ ही शून्य खपत वाले उपभोक्ताओं की समीक्षा कर उन परिसरों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश प्रमुख सचिव ने दिये। उन्होने स्थायी रूप से विच्छेदित उपभोक्ताओं के परिसरों की जांच करने तथा इन परिसरों में विद्युत का उपयोग हो रहा है अथवा नहीं, इसका भी सतत रूप से परीक्षण करने के लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। वहीं बड़े बकायादार कनेक्शनों की संघन चौकिंग करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि जिन फेल ट्रांसफार्मरों पर बकाया राशि के कारण नहीं बदले जा रहे हैं, ऐसे ट्रांसफार्मरों में राजस्व अधिकारियों से संपर्क कर शिविर आयोजित कर बकाया उपभोक्ताओं से राशि जमा कराने की कार्यवाही की जाये।