मध्य प्रदेश के सब-ट्रांसमिशन सिस्टम के प्रदर्शन में सुधार के लिए 33 केवी सिस्टम को पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अंतर्गत लाया जायेगा। केंद्रीय विद्युत मंत्रालय ने इसके लिये कवायद शुरू करते हुये प्रदेश के ऊर्जा विभाग को पत्र भेजा है।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय विद्युत मंत्रालय का एक पत्र 1 सितंबर 2021 को मध्य प्रदेश के ऊर्जा विभाग को प्राप्त हुआ है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि विद्युत मंत्रालय ने उप-पारेषण प्रणाली में हानियों को कम करने के उपायों का सुझाव देने और विश्वसनीयता और कुशल प्रदर्शन सुनिश्चित करने और उप-संचरण में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सिफारिश करने के लिए सीएमडी, पावर ग्रिड की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी।
इस समिति ने 33 केवी प्रणाली के प्रदर्शन में सुधार के लिए 33 केवी प्रणाली को राज्य पारेषण यूटिलिटी के तहत लाने की सिफारिश की है। साथ ही समिति ने 33 केवी नेटवर्क के प्रदर्शन में सुधार के लिए विभिन्न तकनीकी उपायों की भी सिफारिश की है।