मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एवं इंजीनियर्स ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पत्र लिखकर कहा है कि फोरम द्वारा आउटसोर्स की मांगों को प्रमुखता से सभी बैठकों में उठाया जाता रहा है, लेकिन उनके आश्वासन के बावजूद उनका निराकरण करने में हो रही देरी के कारण प्रदेश के सभी कंपनियों में कार्यरत आउटसोर्स कर्मी दिनांक 27 सितंबर से हड़ताल पर हैं।
यूनाइटेड फोरम ने कहा कि आज तीसरा दिन होने के बावजूद उनकी मांगों पर किसी भी स्तर पर विचार ना किया जाना न्यायोचित नहीं है। आउटसोर्स कर्मियों की हड़ताल के कारण विद्युत कंपनियों में कार्यरत संविदा एवं नियमित कर्मियों पर अत्यधिक भार आने के कारण उन पर मानसिक दबाव भी बढ़ा है, लेकिन उनके द्वारा लगातार ड्यूटी कर प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाये रखा है।
फोरम ने पत्र में कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से बनाये रखने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों का कार्य पर लौटना अति आवश्यक है। अतः आउटसोर्स कर्मियों के संगठनों से तुरंत बातचीत कर उनकी मांगों का निराकरण कर उन्हें कार्य पर लेने हेतु प्रयास किए जाये, जिससे प्रदेश की विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।