अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 27 सितंबर से कामबंद हड़ताल पर गए मध्य प्रदेश की सभी विद्युत कंपनियों के आउटसोर्स कर्मियों ने पत्र के माध्यम से सभी कैडर के कर्मचारी संगठनों से अपील की है कि हम सभी आउटसोर्स कर्मचारियों का जमीनी स्तर पर उतर कर साथ दें।
मप्र बाहृय स्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन एवं बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन द्वारा प्रस्तावित कामबंद आन्दोलन जो कि 27 सितंबर से प्रारंभ किया जा चुका है। जिसमे सम्पूर्ण मध्य प्रदेश के आउटसोर्स कर्मी सम्मिलित है।
उक्त संगठनों का कहना है कि बाकी संगठनों ने आन्दोलन के सहयोगार्थ पूर्व में समर्थन पत्र जारी किये हैं। परंतु अत्यंत खेद का विषय है कि आपके द्वारा केवल औपचारिकता हेतु समर्थन पत्र जारी किये गये हैं, जबकि पूर्व के सभी आन्दोलनों में आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा आपका सहयोग सदैव जमीनी स्तर पर किया गया है।
अतः इस इस पत्र के माध्यम से आपसे अंतिम अपील कि जाती है कि आप सभी कैडर के कर्मचारी संगठन हम सभी आउटसोर्स कर्मचारियों का जमीनी स्तर पर उतर कर साथ देवें एवं आपके द्वारा लिखित सूचना के साथ ही जमीनी स्तर पर हम सभी का सहयोग किया जाये।
यदि आज 30 सितंबर शाम 5 बजे तक आपके संगठन द्वारा सहयोगार्थ कोई निर्णय लेकर जमीनी स्तर पर सहयोग नहीं किया जाता है तो 1 अक्टूबर से सम्पूर्ण मध्य प्रदेश के 45000 समस्त आउटसोर्स कर्मियों द्वारा प्रदेश की बिजली कंपनियों को 50 पैसे की लीज पर दिये जाने एवं निजीकरण के प्रस्ताव का समर्थन किया जायेगा एवं आउटसोर्स कर्मियों के संगठनों द्वारा भविष्य में किसी भी प्रकार से अन्य सभी कर्मचारी संगठनों का सहयोग नहीं किया जा सकेगा।