अनिल कुमार श्रीवास्तव फाउंडेशन के तत्वावधान में 27 व 28 अक्टूबर को संस्कृति थिएटर भंवरताल पार्क जबलपुर में ‘शब्द उत्सव’ का आयोजन किया गया है। 27 अक्टूबर को शाम 6 बजे मुख्य समारोह में भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रकाशित अनिल कुमार श्रीवास्तव के कविता संग्रह ‘सलवटों का सरगना’ का विमोचन होगा।
विमोचन समारोह में आलोचक राजीव कुमार शुक्ल व डॉ अरूण कुमार पुस्तक पर मुख्य वक्तव्य देंगे। इस अवसर पर विख्यात कथाकार व पहल के संपादक ज्ञानरंजन, वरिष्ठ कवि डॉ मलय व मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पलाश सुरजन विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
‘शब्द उत्सव’ का उद्घाटन एवं कविता पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन 27 अक्टूबर को प्रात: 10.30 बजे होगा। दोपहर के सत्र में 1 बजे व्यंग्य सत्र ‘तीर’ में ग्वालियर के प्रिय अभिषेक व जबलपुर के कुंदन सिंह परिहार व्यंग्य पाठ करेंगे। शाम 3 बजे ‘ओपन माइक’ सत्र में साहित्य के नए हस्ताक्षर व नई प्रतिभाएं अपनी रचनाओं का पाठ करेंगी। शाम 4 बजे काव्य विमर्श में ‘हिन्दी कविता का आध्यात्म’ विषय पर दिल्ली के आशीष मिश्र और ‘21 वीं सदी की हिन्दी कविता’ विषय पर जबलपुर की डॉ स्मृति शुक्ल चर्चा करेंगी।
शाम 6 बजे कविता संग्रह ‘सलवटों का सरगना’ का विमोचन होगा। इस काव्य संग्रह का आवरण चित्रकार अवधेश बाजपेयी ने बनाया है। काव्य की सांगीतिक प्रस्तुति डॉ शिप्रा सुल्लेरे व उनके साथियों द्वारा दी जाएगी। शाम 7 बजे ‘काव्य संध्या’ में लखनऊ के वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना, भोपाल के गीत चतुर्वेदी, मुंबई की अनुराधा सिंह, जबलपुर के विवेक चतुर्वेदी, कोलकाता के यतीश कुमार काव्य पाठ करेंगे।
शब्द उत्सव के द्वितीय दिवस आयोजन की शुरूआत 28 अक्टूबर को प्रात: 11 बजे से होगी, जिसमें ‘एक बार की बात है-कहानी सत्र’ में जबलपुर के कथाकार राजेन्द्र दानी व तरूण भटनागर कहानी पाठ करेंगे और जबलपुर के दिनेश चौधरी संस्मरण सुनाएंगे। दिन के 12 बजे से ‘ओपन माइक’ सत्र में युवा रचनाकार अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे। दोपहर 1 बजे लखनऊ के नरेश सक्सेना भाषा सत्र में ‘हमारा समय और कलाओं का अन्तर्सम्बन्ध’ विषय पर वक्तव्य देंगे।
दोपहर 2.30 बजे नाट्य चर्चा सत्र में जबलपुर के नाट्य निर्देशक अरूण पाण्डेय, संजय गर्ग व आशीष पाठक ‘मेरे प्रिय नाटक और पात्र’ विषय पर अंतरंग बातचीत करेंगे। शाम 3.30 बजे ‘विरासत चर्चा’ में आचार्य कृष्णकांत चतुर्वेदी व भोपाल के पद्मश्री डॉ कपिल तिवारी अतीत से वर्तमान विषय पर संवाद करेंगे।
शाम 5 बजे की काव्य संध्या में जयपुर के वरिष्ठ कवि कृष्ण कल्पित, इंदौर के आशुतोष दुबे, जबलपुर की बाबुषा कोहली, भोपाल के हेमंत देवलेकर व इंदौर के अम्बर पाण्डेय कविता पाठ करेंगे। शाम 7 बजे ‘पर्दा उठाओ पर्दा गिराओ सत्र’ में विवेचना रंगमंडल के कलाकार प्रगति विवेक पाण्डेय के निर्देशन में ‘महाविज्ञ’ नाटक का मंचन करेंगे।
दो दिवसीय शब्द उत्सव में त्रिलोक सिंह मेमोरियल पुस्तकालय की पुस्तक प्रदर्शनी संयोजित की गई है। अनिल कुमार श्रीवास्तव फाउंडेशन की ओर से दो दिवसीय शब्द उत्सव में नगर के साहित्य, कला, नाट्य साधकों व प्रेमियों से सभी आयोजन में उपस्थिति का अनुरोध किया गया है।