त्यौहारों को देखते हुए रेल यात्रियों की यात्रा सुविधाजनक बनाने के लिए रेलवे ने 15 ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर स्कीम खत्म कर दी है। भारतीय रेलवे की तरफ से लागू की गई फ्लेक्सी फेयर प्रणाली पूरी तरह से मांग-आपूर्ति पर निर्भर होती है। इसके तहत जिस समय टिकट की मांग ज्यादा होती है, उस वक्त टिकट की कीमतें बढ़ा दी जाती है। फ्लेक्सी फेयर की वजह से ट्रेनों में सीटें नहीं भर रही थीं। अक्टूबर 2016 से राजधानी, शताब्दी, दुरोंतों जैसी ट्रेनों में ये किराया लागू था। सरकार ने दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार को देखते हुए यह फैसला लिया है। वहीं रेलवे दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने के लिए 142 ट्रेन से फ्लेक्सी फेयर स्कीम को कम कर दिया है।
आज रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया कि रेलवे उन रेलगाड़ियों से फ्लेक्सी फेयर प्रणाली को पूरी तरह से हटाएगी, जिनमें 50 प्रतिशत से कम सीटों की बिक्री होती है। रेल मंत्री ने कहा कि रेल यात्रियों को दीवाली के तोहफे के तौर पर रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर घटाया है। अब यह टिकट के आधार मूल्य के 1.5 गुणा के बजाय 1.4 गुणा होगा। उन्होंने बताया कि कम सीट बुकिंग वाली 15 रेलगाड़ियों में फ्लेक्सी फेयर प्रणाली हटा दी गई है। 32 रेलगाड़ियों में सुस्त यात्रा मौसम के दौरान यह प्रणाली लागू नहीं होगी। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि उन्होंने 101 ट्रेनों में बेस किराया जिससे ट्रेनों के फ्लेक्सी फेयर में 1.5 गुना किराया कम होकर 1.4 गुना हो गया। 9 सितंबर 2016 को रेलवे ने 44 राजधानी, 52 दूरंतो और 46 शताब्दी ट्रेनों समेत कुछ और प्रमुख ट्रेनों के लिए फ्लेक्सी-फेयर स्कीम पेश किया था। फर्स्ट एसी और इकोनॉमी क्लास के मौजूदा किराया में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
खास बातें-
पिछले वर्ष जिन ट्रेनों में यात्रियों की औसत मासिक संख्या 50 प्रतिशत से कम थी उनमें फ्लेक्सी फेअर समाप्त कर दिया गया है। (अनुलग्न ए में 15 ट्रेनों की सूची दी गई है)।
पिछले वर्ष कम भीड़भाड़ वाले तीन महीनों में जिन ट्रेनों में यात्रियों की औसत मासिक संख्या 50 – 75 प्रतिशत रही उनमें फ्लेक्सी फेअर समाप्त कर दिया गया है। (अनुलग्न बी में 32 ट्रेनों की सूची दी गई है)।
सभी श्रेणियों में अधिकतम वर्तमान सीमा 1.5 गुना से कम कर 1.4 गुना कर दी गई है।
उन ट्रेनों में जिनमें श्रेणी वाले (2ए, 3ए, सीसी आदि) यात्रियों की संख्या कम है और हमसफर ट्रेनें जिनमें एक विशेष श्रेणी में यात्रियों की संख्या 60 प्रतिशत से कम है (ट्रेन के निर्धारित समय पर रवाना होने से 4 दिन पहले), फ्लेक्सी फेअर के साथ सभी ट्रेनों पर अंतिम किराये पर 20 प्रतिशत की क्रमिक छूट दी जाएगी। साथ ही तालिका के अनुसार 10 प्रतिशत छूट दी जाएगी :
70 प्रतिशत कब्जे तक- अंतिम किराये पर 20 प्रतिशत
70 से 80 प्रतिशत कब्जे तक- अंतिम किराये पर 10 प्रतिशत
80 प्रतिशत से अधिक कब्जे तक- लागू नहीं
यात्री आरक्षण प्रणाली में आवश्यक परिवर्तन करने के बाद अग्रिम आरक्षण अवधि (एआरपी) यानि 4 महिने से परिवर्तन, 6 महीने के लिए प्रायोगिक आधार पर लागू होंगे। इन्हें नजीतों के आकंलन के बाद आगे बढ़ाया जा सकता है।